तीन ट्रक चालकों ने सोनीपत जिले के मुरथल में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान महिलाओं के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न या बलात्कार की कोई घटना देखने की बात से इनकार किया। हरियाणा पुलिस की डीआइजी राजश्री सिंह ने रविवार को कहा, ‘तीन ट्रक चालकों ने मुरथल में महिलाओं के यौन उत्पीड़न या बलात्कार की कोई घटना देखने की बात से इनकार किया है।’हालांकि ट्रक चालकों सुखविंदर, अब्दुल वाहिद और यदविंदर ने कहा कि आंदोलनकारियों ने उनके ट्रकों को आग लगा दी थी।
इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने स्पष्ट किया है कि जाट आंदोलन के दौरान हिंसा और कथित तौर पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों से इस घटना की सूचना साझा करने के लिए भी कहा। रविवार को यहां जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा, कि कुछ ‘उपद्रवी तत्वों’ ने कानून अपने हाथ में लेकर लूटपाट और आगजनी का अपराध किया है और राज्य की शांति भंग की है।
हरियाणा सरकार ने ‘22 और 23 फरवरी की रात को मुरथल के पास कुछ महिलाओं के बलात्कार की कथित घटना को लेकर सूचना जुटाने की खातिर’ तीन महिला पुलिस अधिकारियों की एक टीम बनाई थी। इन अधिकारियों में डीआईजी राजश्री सिंह, डीएसपी भारती डबास और डीएसपी सुरिंदर कौर शामिल हैं। डीआइजी ने कहा कि निर्देश जारी किए गए हैं कि जब भी कोई शिकायतकर्ता प्राथमिकी दर्ज कराने आए तो प्राथमिकी दर्ज की जाए।
कल महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित घटना को लेकर प्रत्यक्ष रूप से सूचना जुटाने के लिए दिल्ली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनीपत जिले में मुरथल के पास हसनपुर गांव में घटनास्थल का दौरा किया था।
इसी बीच सोनीपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने कहा कि मीडिया में घटना के सिलसिले में जिन तीन गवाहों का जिक्र आया है उनका ‘कई स्तरों पर सत्यापन’ किया गया और उन्होंने कहा कि मुरथल में यौन उत्पीड़न या बलात्कार की कोई घटना नहीं हुई। यह जगह दिल्ली से 50 किलोमीटर दूर है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कल लोगों से कहा था कि कथित घटना की कोई भी जानकारी होने पर वे राज्य की पुलिस से उसे साझा करें।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, ‘इस प्रकार की घटना में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’ खट्टर ने कहा कि गवाहों और ऑडियो-वीडियो फुटेज के जरिए इस घटना में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। लोगों के पास अगर इससे संबंधित कोई सूचना है, तो उन्हें आगे आकर यह सूचना सरकार को देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घटना के दौरान क्षतिग्रस्त रिहाइशी या व्यावसायिक संपत्तियों के नुकसान का मुआवजा देगी।
उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार सोनीपत के मुरथल में विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं के साथ अभद्रता की मीडिया खबरों पर कड़े कदम उठा रही है।’ खट्टर ने कहा, ‘तीन वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारियों का एक विशेष जांच दल बनाया गया है। कोई भी व्यक्ति इस घटना से संबंधित सूचना या प्रमाण को टेलीफोन, चिट्ठी या आनलाइन पुलिस के साथ साझा कर सकता है। यदि इस प्रकार की कोई दुखद घटना हुई है, तो अपराधियों को दंडित किया जाएगा।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि हरियाणा के लोग जल्दी ही इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से अलग हो जाएंगे या इसे पीछे छोड़ देंगे। उन्होंने लोगों से भाईचारे की भावना को मजबूत करने और राज्य के विकास कार्यो के लिए प्रयास करने की अपील की।’ मुख्यमंत्री खट्टर ने लोगों से राज्य में फिर से शांति बहाल करने, भाईचारा मजबूत करने और ‘हरियाणा एक- हरियाणवी एक’ का दृष्टिकोण अपनाने की अपील की। हालिया विरोध प्रदर्शन में प्रभावित लोगों की मदद और मुख्यमंत्री से सीधे संपर्क के लिए राज्य सरकार ने आज ई.मेल आइडी रिलीफसीएमहरियाणा एट जीमेल डाट काम और फीडबैकरायटसीएमहरियाणा एट जीमेल डाट काम और व्हाट्सएप नंबर 9501053696 भी जारी किया।
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि लोग उक्त मेल पतों पर मुख्यमंत्री के ध्यान में लाने योग्य वीडियो क्लिप, आडियो क्लिप और फोटोग्राफ या दस्तावेज भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोग बिना किसी भय के इन मेल पतों पर अपनी सूचना साझा कर सकते हैं। सूचना भेजने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा। खट्टर ने कल लोगों से मुरथल में हुई घटना के संबंध में सूचना साझा करने की अपील की थी।
