Tipra Motha : त्रिपुरा विधानसभा के चुनावी नतीजे सामने आ गए हैं। एक बार फिर भाजपा राज्य में सरकार बना रही है। त्रिपुरा विधानसभा चुनावों में प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा की नव गठित पार्टी ने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया है।

टिपरा मोथा ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की है। टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने इस प्रदर्शन पर कहा कि दो साल पुरानी पार्टी लोगों के आशीर्वाद से त्रिपुरा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। हम भले ही थोड़ा पीछे चले गए हों लेकिन 0-13 से आगे बढ़ना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है।

क्या बोले टिपरा मोथा के अध्यक्ष

त्रिपुरा में अपने प्रदर्शन को लेकर टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने कहा कि हम दूसरी सबसे बड़ी पार्टी हैं इसलिए हम रचनात्मक विपक्ष में बैठेंगे लेकिन सीपीएम या कांग्रेस के साथ नहीं बैठेंगे।

उन्होने कहा कि हम स्वतंत्र रूप से बैठ सकते हैं। हम सरकार को जब भी जरूरत होगी मदद करेंगे, 2 साल पुरानी पार्टी लोगों के आशीर्वाद से त्रिपुरा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। हम भले ही थोड़ा पीछे चले गए हों लेकिन 0-13 से आगे बढ़ना हमारे लिए बड़ी बात है।

त्रिपुरा में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की सीटों की संख्या 10 से अधिक घट गई है। पार्टी की सीटों की संख्या 36 से घटकर 33 हो गई है। बीजेपी ने चुनावी अभियान के दौरान आदिवासी वोटों को साधने के लिए टिपरा मोथा के साथ संपर्क साधने के प्रयास किए थे। लेकिन आदिवासी बहुल पार्टी की अलग राज्य की मांग पर बात नहीं बन पाई थी।

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यह चुनाव सीपीएम और कांग्रेस के लिए बहुत खास नहीं रहा है। त्रिपुरा में लेफ्ट से गठबंधन करने के बाद कांग्रेस को जरूर दो सीटों की बढ़त मिली है, लेकिन यहां भी सरकार से दूर ही रहना पड़ेगा। नगालैंड में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई।

वहीं, मेघालय में 21 से पांच सीटों पर कांग्रेस आकर सिमट गई। मतलब यहां कांग्रेस को 16 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। 2018 में कांग्रेस ने यहां 21 सीटों जीतीं थीं, हालांकि बाद में इनके ज्यादातर विधायक टूटकर टीएमसी में चले गए थे।