त्रिपुरा में बीजेपी के सीएम कैंडिडेट की रेस में आगे चल रहे बिप्लब कुमार देब ने कहा है कि वह राज्य में पार्टी द्वारा दी गई कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं, लेकिन इस बावत अंतिम फैसला संगठन ही करेगी। 48 साल के बिप्लब कुमार देब ने कहा, “मैं जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं, मैं कोई भी जिम्मेदारी लेने से पीछे नहीं हटूंगा।” प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बिप्लब कुमार देब ने बनमालीपुर सीट पर जीत हासिल की है। इस बीच शनिवार को दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। बीजेपी संसदीय बोर्ड ही किसी भी राज्य में पार्टी के सीएम या सीेम कैंडिडेट के नाम का ऐलान करती है। बैठक के बाद पार्टी नेता जेपी नड्डा ने कहा कि वह मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं। नड्डा ने कहा कि सीएम का नाम तय करने के लिए केंद्रीय नेता रविवार को राज्य जाएंगे। नड्डा ने कहा कि नितिन गडकरी और जुएल ओरांव बतौर ऑब्जर्वर त्रिपुरा जाएंगे, अरुण सिंह और नड्डा खुद नागालैंड जाएंगे जबकि केन्द्रीय मंत्री किरन रिजिजू और के जे अलफांस मेघालय जाएंगे, ये नेता वहां पर सीएम उम्मीदवार को चुनेंगे।

बता दें कि त्रिपुरा में भाजपा-इंडीजनस पीपुल्स फ्रंट (आईपीएफटी) गठबंधन ने शनिवार को शानदार जीत हासिल करते हुए इतिहास रच दिया। इसी के साथ राज्य में वाम मोर्चे के 25 साल के शासन का पटाक्षेप हो गया। भाजपा 32 सीटें जीत चुकी है और तीन पर आगे है तथा उसकी गठबंधन सहयोगी आईपीएफटी ने आठ सीटें जीती हैं। सरकार बनाने के लिए 31 सीट चाहिए। राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से 59 पर 18 फरवरी को मतदान हुआ था। एक सीट पर माकपा उम्मीदवार के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। त्रिपुरा में कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही है।भाजपा के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कहा कि राज्य के लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया है। साल 2013 के विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चे ने 60 में से 50 सीटें हासिल की थीं।