Trimbakeshwar Temple Row: महाराष्ट्र के नासिक का त्र्यंबकेश्वर मंदिर इस वक्त सुर्खियों में बना हुआ है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर में मुस्लिमों के एक समूह के प्रवेश करने का बाद विवाद गहरा हुआ है। महाराष्ट्र सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की है। हालांकि, महाराष्ट्र सरकार के एसआईटी गठित करने के फैसले पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह परंपराएं पुरानी हैं, इनको जारी रहना चाहिए।
नासिक में संवाददाता सम्मेलन के दौरान राज ठाकरे ने कहा, ‘मंदिर में चादर या धूप चढ़ाने की परंपरा पुरानी है। सौ साल पुरानी परंपराओं को रोकना सही नहीं है। 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल प्रसिद्ध मंदिर से लगी दरगाह की ओर से अगरबत्ती जलाने की परंपरा रही है।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर का मामला स्थानीय लोगों का है: राज ठाकरे
राज ठाकरे ने कहा कि ये ऐसी परंपराएं हैं जिन्हें जारी रखने की आवश्यकता है। हमारा धर्म इतना कमजोर नहीं है कि किसी दूसरे धर्म का व्यक्ति मंदिर में प्रवेश करता है तो उसकी दिव्यता या पवित्रता पर किसी तरह का कोई असर पड़ेगा। ठाकरे ने कहा कि मैं विभिन्न मस्जिदों में गया हूं। वास्तव में हमारे कुछ मंदिरों में एक निश्चित जाति के लोगों को ही गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति है। उन्होंने कहा कि जो लोग इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं, मुझे लगता है कि धर्म के प्रति उनका नजरिया काफी संकुचित है। मनसे चीफ ने कहा कि त्र्यंबकेश्वर का मामला स्थानीय निवासियों का है। इसको लेकर उन्हीं को फैसला करना चाहिए। बाहरी लोगों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
नासिक के हजरत पीर सैयद गुलाब शाहवाली बाबा दरगाह के वार्षिक उर्स में 13-14 मई की रात शामिल कुछ मुसलमान युवकों को मंदिर के प्रवेश पर अगरबत्ती चढ़ाने से रोक दिया गया था। उसके बाद मंदिर के एक अधिकारी द्वारा सिर पर फूलों की चादर लादे दिखे युवकों के खिलाफ जबरन प्रवेश की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद चार लोगों के खिलाफ IPC की धारा 295 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। राज्य के डिप्टी सीएम उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले पर विशेष जांच दल (SIT) के गठन की घोषणा की थी।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर विवाद को नया मोड़ देते हुए अखिल भारतीय संत समिति के नेता महंत अनिकेत शास्त्री ने दावा किया है कि हजरत पीर सैयद गुलाब शाहवाली बाबा की दरगाह हिंदू मंदिर के ऊपर बनी हुई है। उन्होंने इस दरगाह का सर्वे कराने की बात कही है।
मनसे चीफ राज ठाकरे ने पिछले दिनों मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को उतारने का मुद्दा उठाया था। ठाकरे ने कहा कि जब चीजें गलत हो रही हैं तो बोलना चाहिए।