बीजेपी ने जम्‍मू-कश्‍मीर की महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस लेकर सबको चौंका दिया। राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर टिप्‍पणियों का दौर भी शुरू हो गया। जम्‍मू-कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला ने इस पूरे प्रकरण पर बेहद तल्‍ख टिप्‍पणी की है। उमर ने ट्वीट किया, ‘वह (महबूबा मुफ्ती) रिबन काट रही थीं, जबकि बीजेपी अंदर ही अंदर उनके पैर ही काट दिए। मैं उन्‍हें इस बात की शुभकामना कैसे दूं कि उनका सिर ऊंचा है और उनकी प्रतिष्‍ठा भी बरकरार है। वह जम्‍मू-कश्‍मीर की मुख्‍यमंत्री थीं, ‘बीजेपीडीपी’ की नहीं।’ भाजपा ने नई दिल्‍ली में प्रेस कांफ्रेंस कर अचानक से महबूबा मुफ्ती की सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी। पीडीपी के नेताओं ने बताया कि सहयोगी पार्टी के फैसले उन्‍हें चौंका दिया। बीजेपी ने महबूबा मुफ्ती की सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला ऐसे वक्‍त किया जब कुछ ही दिनों के बाद अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता राम माधव ने कहा कि पीडीपी के साथ मिलकर सरकार चलाना अब संभव नहीं है। बता दें कि बीजेपी और पीडीपी के बीच पिछले कुछ महीनों से कई मसलों पर तनातनी की स्थिति बनी हुई थी। कठुआ मामले में महबूबा सरकार के रवैये से दोनों के बीच तल्‍खी और बढ़ गई थी।

कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने पीडीपी को समर्थन देने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उन्‍हें खुशी है कि केंद्र सरकार ने अपनी गलती मान ली। उन्‍होंने बताया कि बीजेपी और पीडीपी जम्मू-कश्मीर में सरकार चलाने में पूरी तरह असफल रही। उन्‍होंने आरोप लगाया कि इन सवा तीन सालों में दोनों दलों ने मिलकर जम्मू-कश्मीर को तबाह और बर्बाद कर दिया। गुलाम नबी ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कांग्रेस की जब-जब जम्मू-कश्मीर में सरकार रही, हम लोगों ने आतंकवाद को खत्म किया और जम्मू-कश्मीर को विकास की पटरी पर लाकर विकास का काम शुरू किया था। बता दें कि पिछले कुछ महीनों में घाटी में आंतकी गतिविधियों में जबरदस्‍त इजाफा हुआ है। विपक्षी दलों का कहना है कि पीडीपी का साथ छोड़ने से बीजेपी अपनी जिम्‍मेदारियों से बच नहीं सकती है।