उत्तर प्रदेश के आगरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सरकारी स्कूल की एक टीचर को डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया। महिला को एक फर्जी नंबर से वॉट्सएप कॉल किया गया। टीचर से कहा गया कि उसकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है। अगर उसे छुड़ाना है तो 15 मिनट के अंदर 1 लाख रुपये भेजो नहीं तो उसका वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। आरोपी जब फोन पर बात कर रहा था, तभी पीछे से ‘मम्मी मुझे बचा लो’ की आवाज भी आई।
मामला आगरा के जगदीशपुरा क्षेत्र के अलबतिया का है। यहां रहने वाली एक सरकारी टीचर अछनेरा के राजकीय कन्या जूनियर हाई स्कूल में पढ़ाती थीं। 30 सितंबर को उसके बाद एक वॉट्सएप नंबर से फोन आया। उस नंबर की प्रोफाइल पर किसी पुलिसकर्मी का फोटो लगा था। फोन करने वाले ने कहा कि ‘हम पुलिस अधिकारी बोल रहे हैं। तुम्हारी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है। जल्दी से एक लाख रुपये दे दो, बेटी को केस से निकाल देंगे।’
बेटी के बारे में खबर सुनते ही महिला को सदमे का कारण हार्ट अटैक पड़ गया। परिवार वाले उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस मामले में मृतका के बेटे ने कॉल डिटेल और सबूत पुलिस को सौंपे हैं। पुलिस ने इसे डिजिटल अरेस्ट का मामला बताया है।
बेटे को किया था फोन
ठग का फोन आने के बाद महिला ने अपने बेटे को फोन किया था। महिला ने बेटे से कहा कि वह बैंक से एक लाख रुपये निकाल ले। महिला ने बेटे को एक नंबर भी दिया और कहा कि इस नंबर पर पैसे ट्रांसफर कर दे। बेटे ने जब वह नंबर देखा तो उसे नंबर देश के बाहर का लगा। बेटे ने महिला को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन महिला इतनी डरी हुई थी कि सदमे से उसे हार्ट अटैक पड़ गया।