केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को गुरुवार (27 सितंबर) को गृह जिले में सवर्ण सेना से जुड़े नौजवानों का विरोध झेलना पड़ा। नौजवानों ने केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान कुछ युवकों से झड़प और ध्क्का मुक्की भी हुई। यह वाकया भागलपुर के नवगछिया रेलवे स्टेशन के पास का है। सवर्ण सेना के कार्यकर्ता एससी/एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश और एससी-एसटी और ओबीसी को मिल रहे आरक्षण का विरोध कर रहे थे। जब मंत्री के साथ युवक झड़प कर रहे थे उनकी सुरक्षा में घोर लापरवाही दिखी। मंत्री के सुरक्षाकर्मी वहां नहीं दिखे। भागलपुर पुलिस के जवान भी वहां मौजूद नहीं थे।

दरअसल, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे गुरुवार शाम चार बजे भागलपुर सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस कर नवगछिया रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे ताकि वो दिल्ली के लिए राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ सकें। लेकिन उनके स्टेशन पहुंचते ही वहां सवर्ण सेना के लगभग 100 कार्यकर्ता पहुंच गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ युवकों ने मंत्री को रास्ते में आगे बढ़ने से भी रोका। नौजवान जेब से काले झंडे निकालकर लहराने लगे और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हालांकि, मंत्री ने उन्हें समझाने की कोशिश की पर उनकी किसी ने नहीं सुनी। जब मंत्री ट्रेन पर चढ़ गए तब भी युवा मंत्री का विरोध करते रहे।

गौरतलब है कि इससे पहले बीजेपी ने ओडिशा सरकार पर अश्विनी कुमार चौबे का अपमान करने का आरोप लगाया था। बीजेपी ने बीजद सरकार पर ‘‘सस्ती राजनीति’’ करने  का आरोप लगाते हुए कहा था कि मेडिकल कॉलेज के शुभारंभ के लिए गए केंद्रीय मंत्री अश्विनी के साथ गलत व्यवहार हुआ।