पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन ने जम्मू-कश्मीर के नेताओं को चेतावनी दी है कि या तो वे राजनीति से दूर हो जाएं या फिर गंभीर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, हिज्बुल ने यह धमकी उर्दू में लिखी एक चिट्ठी के जरिए दी है। इसे केंद्र शासित प्रदेश के कांग्रेस उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रमन भल्ला के नाम पर भेजा गया था। जम्मू के पीर मिठा पुलिस स्टेशन के अफसर अनायत अली के मुताबिक, चिट्ठी शहीदी चौक पर स्थित कांग्रेस के कार्यालय तक पोस्ट के जरिए पहुंचाई गई थी।

पुलिस के मुताबिक, चिट्ठी में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के नाम शामिल हैं। इस मामले में आईपीसी की धारा 121-ए (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने) और धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा UAPA एक्ट की धारा 13, 16 और 18 भी लगाई गई हैं।

द हिंदुस्तान टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चिट्ठी में हाल ही में हुई कुछ जनप्रतिनिधियों की हत्या के बारे में जानकारी भी दी गई है। बता दें कि कश्मीर घाटी में इसी साल जून में कांग्रेस सरपंच अजय पंडिता की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसके एक महीने बाद भाजपा नेता वसीम बारी की भी हत्या हुई थी।

कांग्रेस के प्रवक्ता और जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य रविंदर शर्मा ने कहा कि यह चिट्ठी उनके दफ्तर में शनिवार को पहुंची थी। भाजपा के एक नेता ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि चिट्ठी एक मजाक हो सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कबूल किया कि बीते दिनों में उन्हें और उनके साथियों को आतंकियों से धमकियां मिली हैं।