हिंदू शख्स को अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों द्वारा पीटे जाने के बाद गुजरात के दो गांव सांप्रदायिक तनाव के चपेट में हैं।हंसजीपुरा के रहने वाले एक हिंदू शख्स पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। हमला करने वाले शख्स अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं और धनीयावी के रहने वाले हैं। घटना शनिवार को सामने आई जब 51 साल के लक्ष्मण बाबूभाई ने नौ लोगों पर दंगा करने और आपराधिक धमकी देने का आरोप लगाया था। लक्ष्मम बाबू भाई ने अपनी शिकायत में बताया इमरान और निजाम को मुख्य आरोपी बताते हुए कहा कि इमरान और निजाम अपने पोल्ट्री फार्म का कचरा एक तालाब में डालते हैं। इस तालाब पर धनीयावी और हंसजीपुरा समते तीन गांव के लोग पानी के लिए निर्भर हैं।

शनिवार को लक्ष्मण ने दोनों को तालाब में पोल्ट्री फार्म का कचरा डालते देखा तो विरोध किया। लक्ष्मण का कहना है कि इस पर निजाम और इमरान ने उनके साथ हाथापाई की और उन्हें थप्पड़ मारे। इस घटना के बाद लक्ष्मण ने धबोई पुलिस थाने में केस दर्ज कराया जिसके बाद उन दोनों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि बाद में दोनों को जमानत पर छोड़ दिया गया। लक्ष्मण के मुताबकि मंगलवार को इमरान और निजाम ने अपने साथ सात और लोगों के ले आए और लाठी और धारदार हथियार से उनके साथ मारपीट की उन्हें जान से मारने की धमकी दी।

वहीं, अल्पसंख्यक समुदाय का कहना है कि ठाकोर समाज के लोग उन पर झूठा आरोप लगा रहे हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को कहना है कि ठाकोर समाज के लोग वरनामा थाने पर इक्ट्ठा होकर पुलिस पर दबाव बना रहे थे जिसके बाद पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है।

शिकायत के बाद पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 143 (गैरकानूनी जनसमूह का सदस्य होने के नाते दंड) धारा 147( दंगा/बल्वा करने का दोषी) धारा 148 (घातक हथियार से सज्जित होकर उपद्रव करना।) धारा 506 (धमकाना) के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि इलाके में कानून व्यवस्था काबू में हैं। पुलिस लगातार गश्त कर रही है।