कांग्रेस के सीनियर नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। यह वारंट उनके खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि मामले में अदालत के सामने उपस्थित नहीं होने पर जारी किया गया है। दिग्विजय सिंह के खिलाफ यह केस असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के जॉइंट सेक्रेटरी एसए हुसैन अनवर ने दायर कराया था। आपको बता दें कि कई बार नोटिस भेजने का बावजूद जब दिग्विजय सिंह अदालत में पेश नहीं हुए तो कोर्ट ने उनके खिलाफ अब गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। वहीं कोर्ट ने अब इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 3 जनवरी 2019 निर्धारित की है।
कोर्ट के सख्त रुख से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की मुश्किलें ज्यादा बढ़ सकती हैं। अब अगली सुनवाई में ही यह तय हो सकेगा कि इस मामले में अदालत दिग्विजय सिंह के खिलाफ किस तरह का कदम उठाती है, उसके आधार पर ही दिग्विजय सिंह की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। आपको बता दें कि अब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई है और अब एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं। मध्य प्रदेश में एक बार फिर बंगला मुद्दा चर्चा में है। कांग्रेस की सरकार आते ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को दोबारा वह बंगला आवंटित हो गया जो पहले शिवराज सिंह सरकार ने खाली करवा लिया था। नए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी पार्टी के कद्दावर नेता को श्यामला हिल्स स्थित B1 टाइप का यह सरकारी बंगला फिर आवंटित किया है। पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए इस साल जुलाई में दिग्विजय सिंह से बंगला खाली करने के लिए कहा था। राज्यसभा का सदस्य होने के नाते दिग्विजय सिंह को यह बंगला आवंटित किया गया है।