बकरीद से पहले भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने गाय, बछड़े और बैल काटने पर चेतावनी दी है। हैदराबाद की गोशमहल सीट से विधायक राजा सिंह ने फेसबुक पर वीडियो पोस्‍ट कर कहा कि सरकार और पुलिस बकरीद के मौके पर बैलों को काटने के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती। सरकार और पुलिस सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं कर रही है। राजा ने कहा, ”मैं तेलंगाना सरकार और पुलिस से पूछ रहा हूं कि वे सुप्रीम कोर्ट का सम्‍मान क्‍यों नहीं कर रहे। गाय, बछड़े और बैलों को काटना मना है लेकिन इसको नजरअंदाज करते हुए पुराने शहर के कई इलाकों में ऐसा किया जाएगा।”

भाजपा विधायक ने कहा, ”सरकार को तुरंत सभी स्‍वस्‍थ जानवरों को काटने से बचाना चाहिए। उनकी पशु चिकित्‍सकों द्वारा जांच कराकर गौशाला भेजा जाना चाहिए।” बकरीद और गणेश उत्‍सव की ओर इशारा करते हुए कहा कि तेलंगाना सरकार और पुलिस दोनों त्‍योहारों को शांति से संपन्‍न नहीं कराना चाहते। उन्‍होंने चेताया कि यदि सरकार नाकाम रही तो शहर और राज्‍य का शांति का वातावरण बिगड़ सकता है। राजा ने कहा, ”यदि आप हमारी भावनाओं से खेलेंगे या हमारी धार्मिक मान्‍यताओं का अनादर करेंगे तो हम चुप नहीं रहेंगे। इससे हैदराबाद में अप्रिय स्थिति बन सकती है।” भाजपा विधायक टी राजा सिंह अपने बयानों को लेकर पहले भी कई बार विवाद खड़े कर चुके हैं। हाल ही में उन्‍होंने गुजरात के उना में दलितों की पिटाई करने का समर्थन किया था। इससे पहले बीफ को लेकर उन्‍होंने धमकी भरे बयान दिए थे।

2014 में BJP में आए हैं बीफ फेस्टिवल पर मोदी को चुनौती देने वाले MLA राजा सिंह, दो पादरियों की हत्‍या का भी है आरोप

राजा सिंह ने 2009 में तेलुगु देशम पार्टी ज्‍वाइन करके राजनीति की शुरुआत की थी। 2014 में वह बीजेपी में शामिल हो गए और गोशमहल सीट पर कांग्रेस प्रत्‍याशी को हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचे। सांप्रदायिक हिंसा के पांच मामलों में राजा सिंह के खिलाफ केस दर्ज हैं। राजा सिंह ने दावा किया कि उन पर जितने भी केस दर्ज किए गए, सभी में वह बेकसूर साबित हो चुके हैं। बीजेपी विधायक पर 2003 में हैदराबाद के दो पादरियों की हत्‍या में शामिल होने का आरोप है। राजा सिंह ने बताया कि वह अभी तक 1000 गायों को स्‍लॉटर हाउस में कटने से बचा चुके हैं। उन्‍होंने कहा, ‘गौ-रक्षा की वजह से मेरे खिलाफ 60 केस दर्ज किए गए और मुझे इन पर गर्व है।’