Delhi Liquor Policy: दिल्ली शराब नीति (Delhi liquor policy) मामले में अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी और विधायक के. कविता ( K Kavitha) का नाम भी शामिल हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने जांच को लेकर कुछ दस्तावेज बुधवार को अदालत में पेश किए हैं जिनमें के. कविता ( K Kavitha) का नाम भी शामिल है। के. कविता ( K Kavitha) ने इन आरोपों को नकारते हुए इसे भाजपा द्वारा सुनियोजित हमला बताया है।
के. कविता ( K Kavitha) ने दिया बयान
विधायक के. कविता ( K Kavitha) ने इस मामले को लेकर एक बयान दिया है। हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होने कहा कि चुनावी राज्य में मोदी से पहले ईडी का आना बहुत आम बात हो गयी है। लकिन आपकी ईडी सीबीआई रणनीति यहां तेलंगाना में काम नहीं करेगी। के. कविता ( K Kavitha) ने आगे कहा कि चाहे तो मुझे जेल में डाल दें। हम डरने वाले नहीं हैं। हम इस ही तरह भाजपा को बेनकाब करते रहेंगे।
चार्जशीट में क्या खुलासा हुआ
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बुधवार को गुरुग्राम से कारोबारी अमित अरोड़ा को गिरफ्तार किया था। उनके बयानों का हवाला देते हुए केंद्रीय एजेंसी ने दावा किया कि केसीआर की बेटी के. कविता साउथ ग्रुप की एक प्रमुख सदस्य थीं। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने जानकारी साझा की है कि के. कविता ने एक अन्य गिरफ्तार बिजनेसमैन विजय नायर के जरिए से दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को कम से कम 100 करोड़ रुपये का पेमेंट किया है।
भाजपा ने लगाया था आरोप
विधायक के. कविता ( K Kavitha) को लेकर तेलंगाना बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने सिंतबर महीने में आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और उनका परिवार भी दिल्ली के शराब घोटाले में शामिल है। वहीं, इस मामले को लेकर अगस्त में दिल्ली से बीजेपी सांसद परवेश वर्मा और पूर्व विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी कविता का घोटाले से जोड़कर आरोप लगाया था।
कविता की ओर से दायर एक मानहानि के मुकदमे पर हैदराबाद में सिटी सिविल कोर्ट ने एक अंतरिम आदेश में बीजेपी नेताओं को निर्देश दिया था कि वो कविता के खिलाफ कोई अपमानजनक बयानबाजी न करें। इसके अलावा ईडी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी दावा किया है कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए सहित कम से कम 36 आरोपियों ने कथित शराब घोटाले में हजारों करोड़ रुपये की रिश्वत के सबूत मिटाने के लिए 170 फोन नष्ट किए