केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर विपक्षी दलों का विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है। बुधवार को बिहार की राजधानी पटना में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, अपनी मां राबड़ी देवी और भाई तेज प्रताप यादव तथा महागठबंधन में शामिल अन्य पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मार्च निकाला। यह मार्च विधानसभा से राजभवन तक गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की।

तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महंगाई कम करने, बेरोजगारी दूर करने और सुरक्षा देने के मोर्चे पर फेल हो गई। अब लोगों को आपस में लड़ाने के बाद अग्निपथ जैसी योजना लाकर उनको भ्रमित करने में लग गई है। उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हमने जो सवाल किए थे, उनका अभी तक जवाब नहीं मिला है।

कहा कि लोग इस योजना से निराश हैं। रोजगार पहले ही खत्म हो चुका है। जो बचा हुआ था, सरकार उसे भी खत्म कर रही है। आज के नौजवान देश की सेवा के लिए जिस नौकरी की तैयारी कर रहे थे, सरकार ने उसे चार साल के लिए सीमित कर दिया। उसके बाद उन्हें फिर से बेरोजगारों की कतार में खड़े होने के लिए मजबूर होना होगा।

तेजस्वी यादव ने कहा, हमने राजभवन में एक ज्ञापन सौंपा है और उसमें मांग की है कि प्रदर्शन कर रहे सभी युवाओं के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द कर उन्हें जेल से रिहा किया जाए। इस योजना से देश का युवा परेशान है। इस योजना से चार साल बाद 75 प्रतिशत लोग बेरोजगार हो जाएंगे। यह गंभीर चिंता का विषय है। जिन युवाओं का भविष्य ही नहीं सुरक्षित होगा, वे देश की सुरक्षा कैसे कर पाएंगे?

विधानमंडल परिसर में बुधवार को सुबह से ही विधायक जुटना शुरू हो गए थे। इसके बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के विधायकों और अन्य नेताओं ने राजभवन की ओर पैदल मार्च किया। अग्निपथ को लेकर बिहार में भारी आंदोलन हो रहा है। इसकी वजह से कई जगह हिंसा की नौबत आ गई। ट्रेनें रोक दी गई हैं।

आंदोलनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने कई जगह बल प्रयोग किए थे और सैकड़ों नौजवानों को गिरफ्तार भी किया था। इनमें से कई ऐसे हैं, जिनके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।