Noida News: नोएडा के एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और टीचर समेत चार लोगों पर शनिवार को 10 साल के एक स्पेशल चाइल्ड को चोट पहुंचाने और मारपीट करने का आरोप लगाया गया। अधिकारियों ने बताया कि स्कूल को अवैध पाए जाने के बाद सील कर दिया गया है। एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सुमित शुक्ला ने कहा कि टीचर को अरेस्ट कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।

बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि सोशल मीडिया पर कथित तौर पर मारपीट का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। इसके बाद स्कूल का इंस्पेक्शन किया गया। पंवार ने कहा कि इंस्पेक्शन के दौरान हमें पता चला कि स्कूल को मान्यता नहीं मिली थी और यह अवैध था। उन्होंने आगे बताया कि हमने पूरे स्कूल को सील कर दिया।

पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज किया

बच्चे के पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने बताया कि स्कूल के प्रिंसपिल, वाइस प्रिंसिपल, टीचर और स्टाफ के बाकी सदस्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 115 (2) स्वेच्छा से चोट पहुंचाने और 352 (अपमान), किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 की संबंधित धाराओं और विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम, 2016 की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

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पिता ने इंडियन एक्सप्रेस को पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक वीडियो स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा गया। इसके सदस्य स्पेशल एजुकेटर्स, स्कूल मैनेजमेंट के कुछ लोग वह और उनकी पत्नी हैं। उन्होंने कहा, ‘वे हमारे बच्चे के स्कूल से रोजाना कम से कम दो वीडियो ग्रुप पर पोस्ट करते हैं। बुधवार को उन्होंने तीन वीडियो पोस्ट किए। मेरी पत्नी ने उनमें से दो वीडियो देखे लेकिन तीसरा नहीं देखा। शुक्रवार को जब उसने तीसरे वीडियो के कुछ सेकंड देखे तो उसने ग्रुप पर हमारे बच्चे के साथ सही बर्ताव करने का मैसेज भेजा। लेकिन पूरा वीडियो देखने के बाद उसने वीडियो को दूसरे ग्रुप में शेयर कर दिया जिसमें स्पेशल चाइल्ड वाले सभी बच्चों के माता-पिता शामिल हैं और वीडियो वायरल हो गया।’

स्कूल प्रशासन ने नहीं दी कोई भी टिप्पणी

पिता ने बताया कि उनका बेटा 10 महीने से स्कूल में पढ़ रहा था और स्पेशल चाइल्ड स्टूडेंट्स से हर महीने करीब 18000 रुपये फीस ली जाती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रिंसिपल को इस बारे में जानकारी दी गई थी। हालांकि, स्कूल प्रशासन की तरफ से कोई भी टिप्पणी नहीं की गई है। GST विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने नोएडा में की आत्महत्या