बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर हुए बवाल के मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा के करीबी नदीम खां को शाहजहांपुर से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा मौलाना तौकीर के एक अन्य करीब नफीस को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नफीस की नावल्टी में मौजूद मार्केट को नगर निगम ने सील कर दिया। इसमें करीब 74 दुकानें हैं। आईएमसी का दफ्तर भी इसी मार्केट से संचालित किया जा रहा था।

पुलिस ने इस पूरे बवाल की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि एसआईटी में एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में तीन सीओ और 14 इंस्पेक्टर शामिल हैं। बरेली में फिर से इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि जनपद से बाहर के आपराधिक तत्व भी इस आयोजन में शामिल हुए थे। इनके द्वारा इस तरह की समस्या पैदा की गई।

ये भी पढे़ं: I Love Muhammad Row: मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार

पुलिस खंगालेगी सभी आरोपियों की कुंडली

एसएसपी ने कहा कि नदीम नाम का व्यक्ति लगातार फोन पर संपर्क में था। नदीम ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी। उसने व्हाट्सएप के ज़रिए 55 लोगों को फोन किया, जिन्होंने फिर लगभग 1600 लोगों की भीड़ जुटाई।” एसएसपी ने कहा कि हम लोगों ने कुल 10 एफआईआर दर्ज की हैं। ऐसी सात एफआईआर हैं जिनमें इनकी भूमिका पाई गई हैं। हम सभी अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास निकालेंगे और उनकी स्थिति के बारे में भी देखेंगे। बरेली और आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। एसएसपी ने कहा कि जिले की शांति और कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए पुलिस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। स्थानीय पुलिस की तरफ से फ्लैग मार्च किया जा रहा है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी भी तैनात की गई है।

पुलिस ने तौकीर रजा को गिरफ्तार किया

पुलिस के अनुसार, शुक्रवार की नमाज के बाद प्रदर्शनकारी आला हजरत दरगाह और आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के घर के बाहर ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लिए जमा हुए थे। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने पुलिस पर पथराव किया और पुलिस से भिड़ंत की। पुलिस के अनुसार, इस झड़प में कई लोग घायल हुए और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा। पुलिस ने इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार किया था। अभी तक इस मामले में 55 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

ये भी पढ़ें: बरेली में एक्शन में आई पुलिस