असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई भाजपा नेता हिमांता बिस्वा शर्मा के उनके खिलाफ दायर किए गए सौ करोड़ रुपए के मानहानि मामले में अदालत के समक्ष पेश हुए। मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों और कांग्रेस के कुछ विधायकों के साथ दीवानी न्यायधीश संख्या एक अदालत में पेश हुए। पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अदालत क्षेत्र में जमा हुए थे। अदालत से बाहर आते हुए गोगोई ने संवाददाताओं को बताया कि अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख आठ फरवरी तय की है। हम तभी अपनी आपत्तियां दर्ज करवाएंगे। उन्होंने कहा- मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं। एक मुख्यमंत्री और अन्य लोगों में कोई अंतर नहीं है। अदालत के समन की तामील करते हुए मैं अदालत में पेश हुआ हूं। मेरे खिलाफ आरोप लगा है। हम वापस लड़ेंगे।

शर्मा के वकील ने कहा कि सारदा मामले से जुड़ी सीबीआइ की सूची में शर्मा का नाम सिर्फ एक गवाह के तौर पर दर्ज होने से जुड़े दस्तावेज और लुइस बर्जर मामले में एफबीआइ की शिकायत याचिका में हिमांता या असम के किसी भी नेता का जिक्र न होने से जुड़ा अमेरिका की न्यूजर्सी की अदालत का एक दस्तावेज अदालत के समक्ष पेश किया गया। शर्मा ने गोगोई के खिलाफ यह कहते हुए सौ करोड़ रुपए का मानहानि का मामला दायर किया था कि गोगोई ने उनके खिलाफ उपरोक्त दो मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। शर्मा भाजपा में शामिल होने से पहले गोगोई के मंत्रिमंडल में मंत्री थे।