तमिलानाडु में सत्ताधारी डीएमके को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद के बेटे ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। राज्य में स्टालिन सरकार का दो दिन पहले ही एक साल पूरा हुआ है। ऐसे में पार्टी के लिए ये बड़ा झटका है।
द्रमुक के वरिष्ठ नेता और सांसद तिरुचि शिव के बेटे सूर्या शिव बीजेपी में शामिल गए हैं। सूर्या को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। बीजेपी में शामिल होते समय सूर्या ने आरोप लगाया है कि द्रमुक में परिवारवाद की राजनीति चलती है। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि द्रमुक में कड़ी मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं का महत्व नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास तमिलनाडु में सरकार बनाने की क्षमता है और वो 2024 के लोकसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी।
सूर्या ने कहा-“मुझे उचित पहचान नहीं मिली। अब मैं एक ऐसी पार्टी में शामिल हुआ हूं, जो मुझे विश्वास है, मेरी मेहनत को पहचान लेगी। मैं यहां कोई पद मांगने नहीं आया हूं, मैंने कहा है कि मैं पार्टी के लिए काम करूंगा।”
सूर्या ने आगे कहा कि द्रमुक के अंदर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के दामाद सबरीसन, स्टालिन के बेटे और विधायक उदयनिधि स्टालिन और सांसद कनिमोझी के बीच ”त्रिकोणीय राजनीति” चल रही है। उन्होंने कहा- “डीएमके के अंदर एक लॉबी है। वे उदयनिधि को मंत्री बनाने और उनके समर्थकों के समूह को बढ़ाने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
सूर्या से जब ये पूछा गया कि क्या उनके पिता भाजपा में शामिल होने के इस फैसले को स्वीकार करेंगे। इस पर सूर्या ने कहा कि उनके पिता ऐसा करने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन वह अन्नामलाई द्वारा स्वीकार किए जाने से खुश हैं। वहीं भाजपा महासचिव कारू नागराजन ने कहा कि सूर्या द्रमुक छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए, क्योंकि उन्हें पता है कि भाजपा देश के कल्याण के लिए काम करती है।