तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के बीमार और अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनके वफादार मंत्रियों द्वारा शासन चलाने का नया तरीका सामने आया है। राज्य सचिवालय में हो रही बैठकों में जयललिता की तस्वीर रखी गई है। ये सारी कवायद इसलिए की जा रही है कि ताकि ये संदेश जाए कि राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता के आदेश पर सबकुछ हो रहा है। ईटी के मुताबिक राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा रिव्यू मीटिंग की तस्वीरें जारी की गई है, जिसमें इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि तस्वीर के साथ कैप्शन जरूर जाए कि सब कुछ “मुख्यमंत्री के आदेश” पर हो रहा है। हालांकि विभाग की ओर से ये नहीं बताया गया है कि बीमार जयललिता ने किस तरह से यह आदेश दिया है।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को 22 सितंबर को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बुखार और निर्जलीकरण की शिकायत की थी। बाद में अपोलो अस्पताल ने बताया कि उनकी फेफड़ों की जकड़न को कम करने समेत अन्य उपचार किए जा रहे हैं और वह सतत निगरानी में हैं। अस्पताल ने बताया कि चिकित्सकों का एक पैनल मुख्यमंत्री पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। जयललिता के इलाज के लिए लंदन से भी डॉक्टर को बुलाया गया था। हाल ही में एम्स अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम भी अपोलो अस्पताल गई थी। अपोलो प्रशासन की ओर से कहा गया था कि जयललिता के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।
वीडियो: अम्मा के स्वस्थ होने के लिए अपोलो अस्पताल के बाहर विशेष प्रार्थनाएं की गई
वहीं, मुख्यमंत्री जयललिता के सारे विभाग राज्य के वित्त मंत्री ओ पनीरसेल्वम को सौंप दिए गए हैं हालांकि अन्नाद्रमुक प्रमुख ही मुख्यमंत्री रहेंगी। राजभवन की ओर से मंगलवार जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 166 के खण्ड तीन के तहत तमिलनाडु के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री जे जयललिता द्वारा देखे जा रहे विषयों को ओ पनीरसेल्वम को सौंप दिया।’’ जयललिता के पास पुलिस, गृह और सामान्य प्रशासन सहित कई अन्य विभाग की जिम्मेदारी है। इसके साथ ही कहा गया है कि पनीरसेल्वम ही मंत्रिमंडल की बैठकों की अध्यक्षता भी करेंगे। विज्ञप्ति में कहा गया है, “मुख्यमंत्री के सुझाव पर यह व्यवस्था की गयी है और मुख्यमंत्री के कार्यभार संभालने तक यह जारी रहेगी।”
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तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के अस्वस्थ होने की खबरों से दुखी 70 साल के अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता ने तिरुपुर जिले में कथित तौर पर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में दो बैंककर्मियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि तिरुपुर में अन्नाद्रमुक के नगर सचिव रह चुके वेल्लायप्पन 22 सितंबर को जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही काफी परेशान थे। मुख्यमंत्री की तबीयत से जुड़ी खबरें पढ़ने पर वेल्लायप्पन और दुखी हो जाते थे। वेल्लायप्पन ने तिरुपुर जिले के शोलायुर इलाके में स्थित अपने घर में गुरुवार को कथित तौर पर जहर खा लिया। उनकी अस्पताल में मौत हो गई।
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