जनार्दन कौशिक
Dead Body on Wheel Chair: तमिलनाडु में 60 साल का एक शख्स अंतिम संस्कार के लिए अपनी मां की डेड बॉडी व्हील चेयर पर लेकर गया। मामला तिरुचिरापल्ली का है जहां एक व्यक्ति सोरायसिस (Psoriasis) से पीड़ित अपनी मां के शव को व्हीलचेयर पर शमशान में ले गया क्योंकि उसे लगा कि महिला की त्वचा की बीमारी के कारण अंतिम संस्कार में कोई उसकी मदद नहीं करेगा। मनापराई में निगम शमशान घाट पर काम करने वाले एक शख्स ने इस बारे में जानकारी दी।
शमशान का प्रबंधन करने वाली स्थानीय लायंस क्लब इकाई के एक ट्रस्टी एन श्रीधरन के अनुसार, “मनापरई के पास भरथियार नगर में रहने वाले 60 साल के बिजली मिस्त्री मुरुगनंदम अपनी 84 साल की मृत मां राजेश्वरी के शव को व्हीलचेयर पर शमशान में लाए। मुरुगनंदम करीब 2.5 किलोमीटर तक शव को ऐसे ही व्हीलचेयर पर लेकर आए।”
श्रीधरन ने आगे बताया, “मुझे गुरुवार (8 सितंबर 2022) सुबह करीब 6 बजे पास के एक चाय की दुकान के मालिक का फोन आया। उन्होंने मुझे बताया कि एक आदमी व्हीलचेयर में कपड़े में लिपटा शव लेकर आया है और शमशान के सामने इंतजार कर रहा है। मैं भागते हुए उस जगह पर गया।”
सोरायसिस से पीड़ित थीं मां: श्रीधरन ने कहा, “मुरुगनंदम ने मुझे बताया कि उनकी लकवाग्रस्त मां का लंबी बीमारी के कारण सुबह 4 बजे निधन हो गया था और वह उनका अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। मैं चौंक गया और उससे पूछा कि वह डेड बॉडी को व्हीलचेयर पर क्यों लाए हैं?” जिस पर उन्होंने कहा कि चूंकि उनकी मां सोरायसिस से पीड़ित थीं इसलिए उन्हें लगा कि अंतिम संस्कार में कोई उनकी मदद नहीं करेगा।”
श्रीधरन ने कहा कि मुरुगनंदम ने उन्हें बताया था कि उनकी मां राजेश्वरी का कई सालों से सोरायसिस का इलाज चल रहा था। बुधवार को डॉक्टरों ने उन्हें सूचित किया कि उनकी मां की तबीयत ज्यादा खराब हो रही है और मुरुगनंदम को घर पर उनकी देखभाल करने की सलाह दी। जिसके बाद राजेश्वरी का गुरुवार को निधन हो गया।
मृत्यु प्रमाणपत्र मिलने के बाद किया गया अंतिम संस्कार: आगे बताते हुए श्रीधरन ने कहा, “हमने अस्पताल के दस्तावेजों का सत्यापन किया और राजेश्वरी का इलाज कर रहे डॉक्टर से भी इसकी पुष्टि की। मुरुगनंदम ने यह भी कहा कि उनके पास अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे। जिसके बाद हमने उन्हें बताया कि सरकार और कई गैर सरकारी संगठन आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को उनके प्रियजनों का अंतिम संस्कार करने में मदद करते हैं।”