देश में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी यह बीमारी तेजी से कहर बरपा रही है। राज्य में इस साल अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीण जाडिया ने बताया कि जनवरी से लेकर अब तक टेस्ट के लिए 644 सैंपल भेजे गए थे जिनमें से 152 स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए जबकि 10 लोगों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।

41 में से 20 मौतें अकेले इंदौर मेंः जाडिया ने बताया कि 41 में से 20 लोगों की मौत अकेले इंदौर में हुई है। उन्होंने कहा कि मरीजों को इलाज के लिए किसी तरह की कोई असुविधा न हो इसके लिए क्लिनिक और स्क्रीनिंग सेंटर्स की संख्या में इजाफा किया गया है, इनमें जाकर मरीज अपना प्राथमिक उपचार करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू एक प्रकार का संक्रमण है। जो कई स्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस (एसआईवी) के कारण होता है, इनमें H1N1 सबसे आम है।

कैसे फैलता है H1N1: यह वायरस तब फैलता है जब कोई व्यक्ति संक्रमित प्राणी के संपर्क में आता है। यह संक्रमण पीड़ित व्यक्ति के खांसने, छींकने की वजह से भी होता है। स्वाइन फ्लू से पीड़ित व्यक्ति शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। हाथ-पैर नीले पड़ जाते हैं। सांस लेने में कठिनाई होती है।

इस प्रकार रखना चाहिए ध्यानः स्वाइन फ्लू से पीड़ित व्यक्ति को भीड़-भाड़ वाली जगह पर जानें से परहेज करना चाहिए। छींकते समय मुंह पर रुमाल रख लें। घर से बाहर निकलने से पहले अच्छी तरह से हाथ धो लेना चाहिए। जुकाम के समय अगर सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।