देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को प्रखर वक्ता भी कहा जाता है। उनके भाषण के कायल सिर्फ बीजेपी नेता व कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि विरोधी दलों के नेता भी थे। बताया जा रहा है कि सुषमा स्वराज इतनी प्रखर वक्ता थीं कि 1999 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने महज 30 दिन में धाराप्रवाह कन्नड़ भाषा बोलना सीख लिया था। इसके बाद चुनावी रैलियों में उन्होंने कन्नड़ में ही कर्नाटक की जनता को संबोधित किया था।
नहीं रहीं सुषमा स्वराज: गौरतलब है कि देश की पूर्व विदेश मंत्री व दिल्ली की पहली महिला सीएम सुषमा स्वराज अब हमारे बीच नहीं रहीं। उन्होंने मंगलवार (6 अगस्त) देर रात अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिससे उनकी हालत बिगड़ती चली गई। सुषमा स्वराज को आनन-फानन में दिल्ली एम्स लाया गया, लेकिन भरसक कोशिशों के बाद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए।
National Hindi News, 07 August 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
1999 में दिखा था जादू: सुषमा स्वराज ने 1999 के लोकसभा चुनावों के दौरान कर्नाटक की बेल्लारी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। बेल्लारी सीट का यह चुनाव काफी हाईप्रोफाइल साबित हुआ था, क्योंकि इसी सीट से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी पर्चा दाखिल किया था। यहां मुकाबला ‘भारत की बेटी’ और ‘विदेशी बहू’ के बीच हो गया था। हालांकि, जीत आखिर में सोनिया गांधी के हाथ लगी थी।
ऐसी थी सुषमा स्वराज की तैयारियां: बताया जाता है कि बेल्लारी सीट से चुनाव लड़ने के लिए सुषमा स्वराज ने जबर्दस्त तैयारियां की थीं। यहां तक कि उन्होंने महज 30 दिन में धाराप्रवाह कन्नड़ बोलना भी सीख लिया था। एक रैली के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी प्रचार करने बेल्लारी गए थे। उस रैली में सुषमा स्वराज ने कन्नड़ भाषा में जोरदार भाषण दिया था।
निशाने पर थीं सोनिया गांधी: बेल्लारी सीट से चुनाव लड़ते वक्त सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा था। उस दौरान सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी को विदेशी बहू कहकर संबोधित किया था। वहीं, उन्होंने पूरा भाषण कन्नड़ भाषा में दिया था। बताया जाता है कि सुषमा स्वराज के कन्नड़ में भाषण देने पर अटल बिहारी वाजपेयी ने उनकी जमकर तारीफ की थी।