गुजरात के सूरत से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां दूसरे की डिग्री पर प्रैक्टिस करने वाले एक फर्जी डॉक्टर का पता चला है। एक होम्योपैथिक महिला डॉक्टर से शादी के लिए यह व्यक्ति फर्जी डिग्री बनाकर एमबीबीएस होल्डर बना था। मेडिक्लेम के दौरान इन्वेस्टिगेशन अफसर की जांच में इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले में शिकायतकर्ता जिग्नेश पटेल ने बताया की एक महिला पेशेंट के मेडिक्लेम के दौरान इन्वेस्टिगेशन अफसर मोटा वराछा स्थित आशीर्वाद मल्टीस्पेश्यलिटी हॉस्पिटल पहुंचे। जहां जांच के दौरान पता चला कि जिग्नेश विशवालिया नाम का व्यक्ति उसकी डिग्री का इस्तेमाल कर मेडिकल प्रैक्टिस कर रहा है। मामले की जांच में पता चला कि साल भर पहले एक होम्योपैथिक महिला डॉक्टर से शादी करने के चक्कर में वह फर्जी डिग्री बनाकर एमबीबीएस होल्डर बना था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

बताया जा रहा है कि आरोपी जिग्नेश विशवालिया ने डेढ़ साल पहले यह फर्जी डिग्री बनाई थी। इसके पूर्व वह पीपी सवाणी स्कूल में शिक्षक के पद तैनात था। लेकिन इस दौरान उसने होम्योपैथिक डॉक्टर सोनल विसावाड़िया से ये कहकर शादी की थी कि वो एक एमबीबीएस डॉक्टर है। जिसकारण उसने फर्जी डिग्री बनावाई थी। इन दोनों का डूमस इलाके में एक क्लिनिक भी है।

इस फर्जीवाड़े का खुलासा मेडिक्लेम की जांच के दौरान हुआ। शिकायतकर्ता जिग्नेश पटेल ने बताया कि अफसर से एक जागृति गुज्जर नामक महिला पेशेंट के 25 जुलाई से 29 सितम्बर तक का उपचार के कागज दिखाए गए जिसमें कंसलटेंट डॉक्टर में उसका नाम लिखा था जबकि इस नाम की पेशेंट का उसने कभी भी इलाज ही नहीं किया था। जिसकारण मेडिक्लेम का सवाल ही नहीं उठता। इसके बाद जांच-पड़ताल की गयी तो इस मामले में जिग्नेश विशवालिया नाम के शख्स को हिरासत में लिया गया।