UP News: वक्फ संशोधन विधेयक की जांच कर रही जॉइंट पॉर्लियामेंट्री कमेटी को अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए और वक्त मिल गया है। वहीं यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के छह साल पुराने नोटिस ने शुक्रवार को एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। इसमें वाराणसी के 115 साल पुराने उदय प्रताप कॉलेज के परिसर में एक मस्जिद और उसकी जमीन पर मालिकाना हक का दावा किया गया है। अब इस मामले में उदय प्रताप कॉलेज के प्रिंसिपल डीके सिंह की प्रतिक्रिया आई है।

उदय प्रताप कॉलेज के प्रिंसपिल डीके सिंह ने कहा, ‘यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने 6 दिसंबर 2018 को उदय प्रताप कॉलेज को कॉलेज परिसर में एक मकबरे और मस्जिद के संबंध में एक नोटिस भेजा था। वे चाहते थे कि जमीन यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के तहत रजिस्टर्ड हो। यह कहा गया था कि अगर हम जवाब देने में विफल रहते हैं, तो जमीन यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के हिस्से के रूप में शामिल की जाएगी। तब कॉलेज के सचिव ने जवाब दिया कि कुछ लोग कॉलेज परिसर में अशांति पैदा करना चाहते हैं। यह जमीन एंडोमेंट ट्रस्ट की थी और चैरिटेबल एंडोमेंट्स एक्ट के तहत कोई भी ट्रस्ट की जमीन पर दावा नहीं कर सकता।’

किस राज्य में वक्फ की कितनी जमीन?

मस्जिद के संबंध में कोई दस्तावेज मौजूद नहीं- कॉलेज प्रिंसिपल

डीके सिंह ने कहा, ‘इस बीच वे मस्जिद में निर्माण करना चाहते थे लेकिन हमने इसे रोक दिया, हमने शिवपुर पीएस को सूचित किया। वे हमसे अवैध रूप से बिजली का कनेक्शन लेते थे, हमने उसे भी काट दिया। वे बिजली का कनेक्शन नहीं ले सके क्योंकि उनके पास मस्जिद के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं थे।’ उन्होंने कहा कि यूपी कॉलेज में लगभग 100 एकड़ जमीन है और इसमें लगभग पांच संस्थाएं उदय प्रताप शिक्षा समिति द्वारा संचालित की जा रही हैं। उदय प्रताप कॉलेज में लगभग 6700 स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं।

मस्जिद समिति के सदस्य ने क्या कहा

वहीं मस्जिद समिति के सदस्य ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि परिसर की मस्जिद और उसकी जमीन वक्फ की संपत्ति है। मुनव्वर सिराज ने कहा, ‘छोटी मस्जिद नवाब टोंक की संपत्ति है।’ उन्होंने इस बात से इनकार किया कि वक्फ बोर्ड ने कॉलेज की पूरी जमीन पर दावा किया है। उन्होंने कहा, ‘मस्जिद जहां मौजूद है, उसका केवल एक छोटा सा हिस्सा ही वक्फ की संपत्ति है। यहां पर स्थानीय लोग शांति के साथ नमाज अदा करते हैं।’ बता दें कि राजर्षि उदय प्रताप सिंह जूदेव ने 1909 में वाराणसी में हीवेट क्षत्रिय हाई स्कूल की स्थापना की थी। यह बाद में उदय प्रताप सिंह स्वायत्त महाविद्यालय के तौर पर विकसित हुआ। हाल ही में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कॉलेज के स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लिया था। कुमारा चंद्रशेखरंथा स्वामी ने कहा था कि मुसलमानों से वोटिंग पावर छीन लो, सब शांति से रहेंगे, पढ़ें पूरी खबर…