Assam: राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की आशंका को लेकर असम के गोलपारा जिले में स्थित एक मदरसे को स्थानीय लोगों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। अब मदरसे में पढ़ वाले बच्चे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। यहां इस्लाम की तालीम ले रहे छात्रों का कहना है कि अगर वह किसी और मदरसे में शिक्षा ना ले सके तो उन्हें अपने पिता के साथ खेती करनी पड़ेगी। पाखिउरा चार क्षेत्र में स्थित दरोगार अलगा में ये मदरसा मौजूद था।

न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए 10 वर्षीय हामिद ने कहा, “हमारा मदरसा कल गिरा दिया गया था, लेकिन हमारे शिक्षक वहां से पहले ही भाग गए थे क्योंकि पुलिस उनकी तलाश में थी। तब से कोई क्लास नहीं हुई है।” हामिद ने कहा कि मदरसे में कथित जिहादी गतिविधियों के सिलसिले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी के बाद दो शिक्षक, जिन्हें बांग्लादेश का बताया जा रहा था, फरार हो गए थे। इस घटना की जानकारी जब बच्चों के घरवालों को पता चली तो वह अपने बच्चों को घर ले गए थे।

मदरसे के एक अन्य छात्र इस्माइल मोहम्मद ने कहा कि अगर वह किसी और संस्थान या मदरसे में दाखिला नहीं ले सके, तो उन्हें खेती में अपने पिता की मदद करनी होगी। उन्होंने कहा, “मेरे पिता मुझे पढ़ाई के लिए हाई स्कूल भेजने का जोखिम नहीं उठा सकते। मेरे पास केवल दो विकल्प हैं- या तो दूसरे मदरसे में जाएं या खेती में अपने पिता की मदद करें।”

हामिद के पिता सोमेश अली ने कहा कि मदरसे के दो शिक्षकों पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने की खबर के बाद सभी माता-पिता अपने बच्चों को घर ले गए थे। उन्होंने कहा, “मेरा बेटा पढ़ाई में बहुत अच्छा है। उसने अपने स्कूल के दिनों में बैटरी और टिन के छोटे टुकड़ों का उपयोग करके एक छोटी मशीन बोट भी बनाई। मैंने उसे लगभग चार महीने पहले मदरसे में भर्ती कराया था।”

यह पूछे जाने पर कि वैज्ञानिक कौशल के बावजूद हामिद का दाखिला धार्मिक पाठ्यक्रम में क्यों करवाया गया, उन्होंने कहा कि गांव में हाई स्कूल नहीं है और लड़के को उच्च शिक्षा के लिए बहुत दूर जाना पड़ता। जिस मदरसे को गिराया गया, उसमें करीब 20 छात्र पढ़ते थे। वे उस परिसर में रहकर इस्लाम की तालीम ले रहे थे जिसमें एक मस्जिद भी है। हालांकि, मस्जिद को नहीं तोड़ा गया है।

असम में अब तक 4 मदरसों को किया गया ध्वस्त

पिछले कुछ हफ्तों में असम में 4 मदरसों को ध्वस्त किया गया है। 3 मदरसे सरकारी अधिकारियों द्वारा गिराए गए थे, जबकि चौथा मदरसा स्थानीय लोगों ने नष्ट किया है। बताया गया कि इस मदरसे में 2 साल से 2 शिक्षक पढ़ा रहे थे, जिनका लिंक अलकायदा से था। इससे पहले 4 अगस्त को मोरीगांव जिले के मोइराबारी में जमीउल हुडा मदरसा, 29 अगस्त को बारपेटा जिले के होवली में जमीउल हुडा अकादमी मदरसा और 31 अगस्त को बोंगाईगांव जिले में मरकजुल मा-आरिफ क्वारियाना मदरसे को ध्वस्त किया गया था।

असम सीएम बोले- ‘हमने मदरसों को नहीं अल कायदा के दफ्तरों को गिराया’

असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने कहा कि जिन मदरसों को गिराया गया है, वे शिक्षा का केंद्र नहीं थे, बल्कि आतंकियों के ठिकाने थे। उन्होंने कहा कि वहां आतंकी संगठनों से जुड़े कुछ लोग शिक्षक बनकर बच्चों को उनके रास्ते से भटकाने और उनको अपने साथ जोड़ने के काम में लगे थे।