मध्य प्रदेश के दमोहा में गंगा-जुमना सेकेंडरी हाई स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद मंगलावर (13 जून, 2023) को छात्रों और पेरेंट्स का हंगामा देखने को मिला। कल स्कूल परिसर के अनऑथोराइज्ड हिस्से को गिराने के लिए बुलडोजर एक्शन की तैयारी थी, जिसके विरोध में छात्र और उनके अभिभावक उतर आए। इसके चलते प्रशासन को यहां पुलिस बल तैनात करना पड़ा और बैरिकेड्स भी लगाए गए।
स्कूल पर आरोप है कि यहां गैर-मुस्लिम लड़कियों को जबरन हेडस्कार्फ पहनने के लिए कहा जा रहा है, जिसके बाद स्कूल की प्रिंसिपल अफ्शा शेक, मैथ टीचर अनस अथर और एक सिक्योरिटी गार्ड रुस्तम अली को गिरफ्तार किया गया था। चीफ म्युनिसिपल अधिकारी का कहना है कि स्कूल में एक नई बिल्डिंग का निर्माण किया गया है, जिसके लिए म्युनिसिपिलिटी का अप्रूवल नहीं लिया गया। इसके लिए कल बुलडोजर कार्रवाई की गई। यहां पढ़ने वाली 10 साल की आफिया ने कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा, “हम यहीं पढ़ेंगे, हम यहीं पढ़ेंगे।” आफिया अपने एक रिश्तेदार मुबारिका बेगम के साथ रहती हैं। उन्होंने भी बुलडोजर एक्शन का विरोध किया है और कहा कि सरकार बच्चों के भविष्य के साथ खेल रही है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे 12 साल से यहां पढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की स्कूल के खिलाफ टिप्पणी के बाद इसी महीने स्कूल की मान्यता रद्द कर दी गई थी। छात्र और उनके अभिभावक स्कूल को बंद करने का विरोध कर रहे हैं।
ऐसे शुरु हुआ था विवाद
पिछले महीने दसवीं के बोर्ड के रिजल्ट की घोषणा के बाद स्कूल के बाहर पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें कुछ छात्रों की तस्वीरें लगाई गई थीं। इनमें कुछ
गैर-मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहने नजर आई थीं। इसके बाद स्कूल की प्रिसिंपल, टीचर और सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया गया। स्कूल के पोस्टर में प्रिंसिपल की बेटी की भी फोटो लगी थी। उनकी दो बेटियां हैं जो इसी स्कूल में पढ़ती हैं।
यह स्कूल इस इलाके का अकेला इंग्लिश मीडियम स्कूल है, जिसमें किसानों, बीड़ी बनाने वाले और मजदूरों के बच्चे पढ़ते हैं। साल 2010 में स्कूल का निर्माण किया गया था। म्युनिसिपल अथॉरिटी ने ब्लिंडिग को गिराने का आदेश देते हुए स्कूल प्रशासन को 10 दिन का समय दिया था। इसके बाद कल जब सरकारी कर्मचारी बिल्डिंग गिराने के लिए बुलडोजर लेकर यहां पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद अधिकारी वापस चले गए और शाम को दोबारा पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंचे। स्कूल की नई बिल्डिंग का फर्स्ट फ्लोर गिरा दिया गया है, जिसमें सीनियर बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास का निर्माण किया गया था।
सीएमओ बीएल सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि स्कूल की मेन बिल्डिंग के पास बनाई गई नई बिल्डिंग के कानूनी दस्तावेज स्कूल प्रशासन से मांगे गए थे, लेकिन वह ये पेश करने में असमर्थ थे, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि स्कूल परिसर के अन्य निर्माण के भी दस्तावेज मांगे गए हैं। सिंह ने कहा कि वह बिल्डिंग के गैरकानूनी हिस्से को हटाने के लिए वहां गए थे और लोगों को लगा कि वह स्कूल को ध्वस्त करने के लिए आए हैं। लोगों ने काफी गुस्से के साथ यहां प्रदर्शन किया। इस दौरान, यह भी कहा कि हमारा स्कूल चालू करो।