समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान सीतापुर जेल में बंद हैं। इस समय समाजवादी पार्टी से आजम खान नाराज चल रहे हैं, ऐसा दावा आजम खान के करीबी कर रहे हैं। हालांकि आजम खान के परिवार की तरफ से इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं आया है। सपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आजम खान से मुलाकात करने जेल गया था लेकिन आजम खान ने खराब तबियत का हवाला देते हुए मुलाकात करने से इनकार कर दिया।
आजम से मिलने गए सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने दावा किया है कि उन्हें फांसी के मुजरिमों वाली कोठरी में रखा गया है। रविदास मेहरोत्रा ने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि, “आजम साहब को फांसी के मुजरिमों वाली कोठरी में रखा गया है। आजम खान को जेल में उच्च श्रेणी की सुविधा नहीं दी गई है, जबकि जेल मैन्युअल में ये लिखा हुआ है कि कोई सांसद/विधायक जेल में जायेगा तो उसे बी-श्रेणी की सुविधा मिलेगी। जब आजम खान जेल में गए थे तब वो सांसद थे और अभी वो विधायक हैं, लेकिन उन्हें बी-श्रेणी की सुविधा नहीं मिल रही है।”
रविदास मेहरोत्रा ने आगे कहा कि, “जब हम आजम खान से मिलने जेल में गए तो जेल के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें तेज बुखार है और वो आस्वस्थ हैं। हमने कहा कि जब वो आस्वस्थ हैं तो उन्हें अस्पताल ले जाए। इससे स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार, जिला प्रशासन चाहता है कि जेल में आजम खान साहब की मौत हो जाए। आजम खान साहब इससे पहले भी 2 बार गंभीर रूप से बीमार हो चुके हैं।”
सोमवार को आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आजम खान से मुलाकात की और कहा कि आजम खान की तबियत ठीक नहीं है और उनके साथ अन्याय हो रहा है। वहीं बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी आजम खान से मुलाकात करने की बात कह चुके हैं।
हाल ही में कुछ दिन पहले ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने आजम खान से जेल में मुलाकात की थी और उनके स्वास्थ को लेकर चिंता जताई थी। शिवपाल यादव ने कहा था कि, “नेता जी आजम भाई के लिए लोकसभा में धरना दे सकते थे, मुद्दा उठा सकते थे। अखिलेश यादव चाहते तो आजम खान बाहर होते। आजम भाई के ऊपर फर्जी मुकदमें दर्ज किए गए हैं और उन्हें परेशान किया जा रहा है।”