UP News: समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता और जेल में बंद आजम खान की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जौहर ट्रस्ट से करीब 550 रुपये की वसूली करेगा। यह वसूली जौहर ट्रस्ट की तरफ से बनाए गए जौहर विश्वविद्यालय में इंवेस्ट की गई बेनामी रकम की वजह से होगी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट यूनिवर्सिटी को बनाने में खर्च किए गए 350 रुपये की रकम का सोर्स अभी तक पता नहीं लगा पाया है। इसकी वजह से अब इस पर जुर्माना और ब्याज के साथ में आयकर वसूल किया जाएगा।

पूर्व मंत्री आजम खान और उनके करीबियों के यहां पर डेढ़ साल पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने छापा मारा था। इसी दौरान यूनिवर्सिटी के निर्माण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों के सुराग मिले थे। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सीपीडब्ल्यूडी से यूनिवर्सिटी के निर्माण में खर्च रकम का मूल्यांकन करने को कहा था। वह करीब 450 करोड़ के आसपास पाया गया था। लेकिन जौहर ट्रस्ट के खाते में सिर्फ़ 100 करोड़ थे। ऐसे में ये निवेश बेनामी माना जा रहा है। अब इनकम टैक्स की तरफ से ब्याज समेत वसूली की जाएगी।

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क्या है जौहर ट्रस्ट?

अब जौहर ट्रस्ट की बात करें तो सपा नेता आजम खान ने मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना में खान ने अपने रसूख का इस्तेमाल किया। इस यूनिवर्सिटी को चलाने के लिए एक ट्रस्ट बनाया। इसका नाम मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट रखा था। आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी को बनाने के लिए ही जमीन का अधिग्रहण करवाया था। इसी को लेकर वह फंसते चले गए।

पिछले दो साल से जेल में बंद हैं आजम खान

समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता आजम खान लगभग पिछले दो सालों से जेल में बंद है। इस समय वह हरदोई की एक जेल में बंद हैं। उन पर लोगों की प्रॉपर्टी को जबरन हड़पने का आरोप है। जब जौहर यूनिवर्सिटी की नींव रखी गई थी, तब मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला समेत जौहर ट्रस्ट के बाकी सदस्य भी आरोपी बनाए गए हैं। ट्रस्ट में अधिकतर लोग आजम खान के परिवार के ही हैं। अखिलेश यादव ने BJP के अगले अध्यक्ष को लेकर क्या कहा?