समाजवादी पार्टी के बड़े चेहरे और जेल की सलाखों के पीछे कैद मोहम्मद आजम खान को अदालत ने एक मामले में बरी कर दिया है। यह मामला समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह के परिवार पर एक अशोभनीय बयान देने से जुड़ा हुआ है। इस मामले में अदालत का फैसला आते ही आजम खान ने अदालत का शुक्रिया अदा किया।

क्या है यह मामला?

मामला यह है कि आजम खान ने एक प्राइवेट चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान अमर सिंह की बेटियों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इस मामले में अमर सिंह ने नोएडा से लखनऊ तक रैली निकाली थी और लखनऊ में मुकदमा दर्ज कराया था।

आजम खान ने यह इंटरव्यू जौहर विश्वविद्यालय में दिया था और इसलिए इस मामले को लखनऊ से रामपुर के अजीम नगर थाने में ट्रांसफर कर दिया गया था। इस मामले में एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट में मुकदमा चल रहा था।

कम नहीं हो रहीं आजम खान के परिवार की मुश्किलें

गाड़ी में नहीं बैठे आजम खान

इस केस में तमाम बहस पूरी होने के बाद 28 नवंबर को फैसले की तारीख तय की गई थी और आजम खान को भी अदालत में बुलाया गया था। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, आजम खान ने कैदियों को पेशी पर लाने वाली जेल की बड़ी गाड़ी में बैठने से मना कर दिया। इसके बाद वह वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए अदालत के सामने पेश हुए।

अदालत ने साक्ष्यों के अभाव में सपा के बड़े नेता आजम खान को बरी कर दिया।

आजम खान 23 सितंबर को सीतापुर जेल से रिहा हुए थे लेकिन इसके बाद उन्हें रामपुर की एक स्पेशल एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट ने दोहरे पैन कार्ड के मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने आजम खान और उनके बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला आजम को 7 साल कैद की सजा सुनाई थी और दोनों पर 50-50 हजार का जुर्माना भी लगाया था। इसके बाद आजम खान को फिर से जेल जाना पड़ा था।

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