उत्तर प्रदेश के दो लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी लगभग हार रही है। फूलपुर में जहां सपा के नागेंद्र पटेल मतगणना के 16वें राउंड के बाद 27,327 वोटों से आगे चल रहे हैं वहीं गोरखपुर में भी समाजवादी पार्टी के प्रवीण कुमार निषाद बीजेपी के उपेंद्र शुक्ला से 23 हजार वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं। इस उपचुनाव में 25 साल बाद पहली बार बसपा और सपा एक साथ नजर आए। इस बार बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन देने का खुला ऐलान कर सबको चौंका दिया था। माना जा रहा था कि बसपा सुप्रीमो का यह फैसले को उनके कार्यकर्ताओं को असहज कर सकता है। लेकिन फूलपुर में बसपा समर्थित सपा प्रत्याशी नागेंद्र पटेल को जीतता देख दोनों ही पार्टियों के समर्थकों खुशी से झूमते नजर आए। सपा प्रत्याशी के भारी बढ़त बनाने के बाद मतगणना केंद्र के बाहर दोनों ही दलों के कार्यकर्ता एक साथ नजर आए। सपा की लाल टोपी लगाए कार्यकर्ताओं ने जहां मायावती जिंदाबाद के नारे लगाएं तो वहीं हाथों में बसपा का झंडा थामे कार्यकर्ता समाजवाद की जयकार करते दिखे। इन कार्यकर्ताओं ने उपचुनाव के नतीजे देख एक नया नारा दिया। ये नया नारा था- बुआ भतीजा जिंदाबाद।
SP workers celebrate in Lucknow as trends show their candidates leading in Gorakhpur & Phulpur Lok Sabha by-polls, raise, 'Bhua-Bhateeja zindabad' slogans. pic.twitter.com/BTjievOjTL
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 14, 2018
बता दें कि जहां समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेता मायावती के लिए बड़े कठोर शब्दों का इस्तेमाल करते रहे हैं वहीं प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव उन्हें हमेशा बुआ कहकर संबोधित करते दिखे हैं। विरोधी दलों ने भी सपा-बसपा की सरकार को बुआ-भतीजे की सरकार कहते हुए जमकर हमला बोला था। अब इन नतीजों को देख दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने बुआ भतीजा जिंदाबाद का नारा बुलंद कर दिया है।
Samajwadi Party and BSP workers celebrate as SP candidates lead on both Gorakhpur and Phulpur Lok Sabha seats #ByPoll pic.twitter.com/9ONumgYcAV
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 14, 2018
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इन उपचुनावों से पहले कहा था कि अगर बसपा के साथ इसमें हमें बेहतर परिणाम नजर आएंगे तो भविष्य में हम साथ मिलकर आगे के चुनाव भी लड़ सकते हैं। उधर मायावती ने भी साफ किया है कि वह भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए सपा क्या किसी के साथभी जा सकती हैं।
