Fadnavis Target Uddhav-Raj: महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार का दिन काफी महत्वपूर्ण रहा, 20 साल बाद ठाकरे ब्रदर्स एक मंच पर साथ दिखे, विजय रैली को संबोधित किया गया। अब उस विजय रैली को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तंज कसा है, उन्होंने इसे एक विजय रैली न बोलकर रुदाली भाषण करार दिया है।
सीएम फडणवीस का बड़ा हमला
सीएम फडणवीस ने कहा कि अब तो मुझे पक्का लगने लगा है कि बालासाहेब ठाकरे का आशीर्वाद मुझे ही मिल रहा है। मुझे पहले बताया गया था कि यहां पर एक विजय रैली होगी, लेकिन वहां तो असल में रुदाली भाषण देखने को मिला। कोई मराठी की बात नहीं हुई, सिर्फ सत्ता की भूख दिखाई दे रही थी। इस मराठी विजय रैली नहीं कह सकते, यह तो राजनीतिक रुदाली थी।
मराठी अस्मिता पर सीएम की दो टूक
मराठी अस्मिता पर भी अपना स्टैंड स्पष्ट करते हुए सीएम फडणवीस ने कहा कि हम तो हमेशा से ही मराठी हैं और मराठी होने पर हमें पूरा गर्व है। हम हिंदुवादी भी हैं, हिंदू होने पर भी हमें अभिमान है। मुंबई का मराठी हो या गैर मराठी, सभी इस समय हमारे साथ मजबूती से खड़े हैं।
हिंदी थोपने पर बोले उद्धव
अब जानकारी के लिए बता दें कि सीएम फडणवीस की तरफ से ऐसी तीखी प्रतिक्रिया तब आई है जब उद्धव और राज ठाकरे ने भी जमकर उनकी सरकार को निशाने पर लिया। उद्धव ठाकरे ने तो बीजेपी पर भी हमला किया। पूर्व सीएम ने कहा कि आजादी के वक्त हमने मुंबई के लिए लड़ाई लड़ी। उस समय के राजनेता नहीं चाहते थे कि महाराष्ट्र में मराठी हो। अब केंद्र की मोदी सरकार कहती है कि हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान। हमें हिंदू और हिंदुस्तान तो चाहिए लेकिन जबरदस्ती हिंदी थोपना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आपकी सात पीढ़ियां भी अगर हम पर हिंदी थोपेंगी तब भी हम ऐसा होने नहीं देंगे।
भाई राज ठाकरे के साथ रैली में ये क्या बोले उद्धव
राज ठाकरे की धमकी
इसी कड़ी में राज ठाकरे ने और ज्यादा तल्ख अंदाज में हमला किया। मराठी को लेकर उन्होंने बोला कि चाहे गुजराती हो या कोई और, मराठी तो आनी ही चाहिए लेकिन अगर कोई मराठी नहीं बोलता तो उसे पीटने की ज़रूरत नहीं है लेकिन अगर कोई बेकार का ड्रामा करे तो उसके कान के नीचे मारो। मैं आपको एक और बात बताता हूं अगर आप किसी को पीटते हैं तो घटना का वीडियो न बनाएं। पीटे गए व्यक्ति को बताएं कि उसे पीटा गया है, आपको हर किसी को यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि आपने किसी को पीटा है।
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