स्नैपडील की सॉफ्टवेयर इंजीनियर दीप्ति सरना के किडनैपिंग केस में पुलिस ने सोमवार को पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को इस मामले में एक तरफा प्यार का शक है। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद पुलिस सोमवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में खुलासा करेगी। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक बदमाश शामिल है। मुख्य आरोपी का नाम देवेंद्र बताया जा रहा है। सूत्रों बता रहे हैं कि देवेंद्र लड़की से एक तरफा प्यार करता था। दीप्ति सरना बुधवार रात गुड़गांव के स्नैपडील ऑफिस से निकली थी और रात 8 बजे गाजियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन पहुंची। वहां से उसने कवि नगर स्थित अपने घर जाने के लिए ऑटो लिया था, जो कि आगे जाकर खराब हो गया था। इसके बाद दीप्ति ने दूसरा ऑटो लिया था, जिसके बाद उसे अगवा कर लिया गया था।
दीप्ति ने अभी तक किए ये दावे
गाजियाबाद के एसपी सिटी सलमान ताज पाटिल के मुताबिक, दीप्ति ने बताया कि वह रात 8 बजे के करीब वैशाली मेट्रो स्टेशन से ऑटो में बैठी। इसमें 2 लड़कियां पीछे थीं और आगे ड्राइवर के साथ दो लड़के बैठे थे। दीप्ति के आने के बाद ऑटो में कुल 6 लोग बैठे थे।
ऑटो कुछ दूर चलने के बाद खराब हो गया। इसके बाद वे ऑटो बदलकर दूसरे में बैठ गईं।
दूसरे ऑटो में 1 लड़का और 1 लड़की पहले से ही बैठे थे। दीप्ति जब इस ऑटो में बैठी तो 2 लड़के पीछे वाले ऑटो से आए और इसी ऑटो में आकर बैठ गए। अब इस ऑटो में 2 लड़कियां और ड्राइवर समेत 6 लोग थे।
कुछ दूर चलने के बाद ऑटो में बैठे बदमाशों ने दीप्ति के साथ बैठी दूसरी लड़की को चाकू दिखाकर नीचे उतारा और ऑटो को राजनगर एक्सटेंशन की तरफ ले गए।
राजनगर एक्सटेंशन के आसपास काफी देर तक घुमाने के बाद बदमाशों ने दीप्ति के हाथ-पैर बांधे और आंखें बंद कर दीं। इसके बाद उसे एक कार में बिठा कर कहीं ले गए।
दीप्ति के मुताबिक कार कई घंटों तक चलती रही, लेकिन आंखों पर पट्टी बंधी होने के कारण उसे यह नहीं पता लगा कि बदमाश कहां ले जा रहे हैं।
आपको बता दें कि दीप्ति सरना गुड़गांव स्थित स्नैपडील ऑफिस में काम करती है। वह बुधवार शाम ऑफिस से गाजियाबाद के कविनगर में अपने घर जाने के लिए निकली थी। वह शाम 8 बजे मेट्रो से वैशाली उतरी। घर के लिए ऑटो लिया। इसके बाद से वह लापता हो गई थी। दीप्ति के पिता नरेंद्र सरना ने मीडिया को बताया था कि बुधवार रात सवा आठ बजे उनकी बेटी के साथ बात हो रही थी। उस वक्त वह हिंडन पुल पर थी। दीप्ति के पिता फार्मासिस्ट हैं। घर पहुंचने से पहले उन्हीं से बात कर रही थी, तभी अचानक वह चिल्लाई, ‘ऑटो वाला गलत ले जा रहा है…पापा बचा लो।’ इसके बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।