दिल्ली में जंतर-मंतर के पास भड़काऊ नारे लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने कई गिरफ्तारियां की हैं। कथित तौर पर कार्यक्रम के आयोजक अश्विनि उपाध्याय को भी गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में आरोपियों एक नाम पिंकी चौधरी भी है। पिंकी चौधरी जेएनयू में हुई हिंसा के भी आरोपी हैं। इसी मामले में बहस के दौरान एबीपी न्यूज पर सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु जैन ने कहा कि उनकी टीम पिंकी चौधरी के लिए खड़ी है।
विष्णु जैन ने कहा, अश्विनि उपाध्याय के मंच पर कोई भड़काऊ बात नहीं हुई। कोई अगर एक वीडियो दिखा दे तो मैं बोलना बंद कर दूं। उन्होंने कहा, ‘मेरी जानकारी के मुताबिक किसी ने मंच से भड़काऊ बात नहीं की। इसके अलावा पिंकी चौधरी जी को मैं कहना चाहूंगा कि जितनी लीगल हेल्प हो स कती है, हमारी टीम करने को तैयार है।’
जैन ने कहा, जिन लोगों पर आरोप लगे हैं उनको भी कानूनी सेवाएं मिलेंगी। उनको इसका अधिकार है। वकील ने कहा कि उनको फ्री में सेवाएं दी जाएंगी। ऐंकर चित्रा त्रिपाठी ने पूछा, अगर पिंकी चौधरी ने भड़काऊ भाषण दिया है तो भी फ्री में सेवा देंगे? इसपर विष्णु जैन ने कहा, यह मेरी ड्यूटी है। अगर ओवैसी आतंकवादियों को कानूनी मदद दे स कते हैं तो मैं पिंकी चौधरी को भी दे सकता हूं। उन्होंने आगे कहा कि कसाब को भी सुप्रीम कोर्ट में वकील मिला था।
विष्णु जैन ने कहा, हमारी पूरी टीम पिंकी चौधरी के साथ खड़ी है। उनकी बात का मैं समर्थन नहीं करता लेकिन उनकी मदद करने का कानूनी अधिकार है। इसपर ऐंकर ने कहा कि चित भी मेरी पट भी मेरी। उनकी बात से भी सहमत नहीं हैं और कानूनी मदद भी करेंगे।
इसी कार्यक्रम में पिंकी चौधरी से जब चित्रा त्रिपाठी ने पूछा कि आपको पुलिस ढूंढ रही है और आप कहां हैं? पिंकी चौधरी ने कहा कि वह अपने दफ्तर पर बैठे हैं। उन्होंने कहा, पुलिस ने हमसे संपर्क नहीं किया। पुलिस क्यों ढूंढ रही है। पिंकी चौधरी ने आरोप लगाया कि पुलिस के कई लोग शराब पीकर उनके घर पहुंचे थे। उन्होंने कहा, शराब पीकर बिना वर्दी के लोग पहुंचे थे। उनके साथ कोई महिला कॉन्स्टेबल भी नहीं थी।
