ओडिशा में छह साल की एक मासूम के साथ हैवानियत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार, यह घटना कटक जिले के जगन्नथपुर गांव की है। पीड़िता शनिवार (21 अप्रैल) को घर से बिस्किट खरीदने निकली थी, जब आरोपी ने बच्ची को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म किया था। आरोपी ने गला दबाकर उसकी हत्या करने की भी कोशिश की थी और उसे मरा हुआ समझकर स्कूल परिसर में छोड़ कर फरार हो गया था। पच्चीस वर्षीय आरोपी को 22 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़िता के दादा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बलात्कार और जान से मारने का प्रयास जैसे संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बच्ची के सिर, चेहरे, गले, सीने और निजी अंगों पर गंभीर जख्म के निशान मिले हैं। यह घटना ऐसे समय आई है जब केंद्र सरकार ने बच्चियों से बलात्कार के मामले में मौत के प्रावधान को अपनी मंजूरी दे दी है।
13 डॉक्टरों की टीम कर रही इलाज: पीड़िता को पहले नजदीक के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसकी गंभीर हालत को उसे कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में लाया गया। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री प्रताप जेना ने अस्पताल जाकर पीड़िता का हाल-चाल जाना है। उन्होंने बाताया कि विभिन्न विभागों के 13 डॉक्टरों की टीम बच्ची का इलाज कर रहे हैं। डॉक्टरों ने उसकी हालत बेहद गंभीर बताई है।
स्कूल परिसर में अचेत अवस्था में मिली थी पीड़िता: बच्ची पास में ही स्थित एक दुकान से बिस्किट लेने गई थी। पावर कट के कारण उस वक्त गांव में बिजली भी चली गई थी। काफी वक्त के बाद भी वह घर नहीं पहुंची तो परिजनों और ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। वह स्कूल परिसर में बिना कपड़े के अचेत अवस्था में मिली थी। पुलिस ने बताया कि बच्ची के सिर और मुंह से खून निकल रहा था। बलात्कार का आरोपी पीड़िता के ही गांव जगन्नाथपुर का निकला। पिछले कुछ दिनों में ओडिशा में दुष्कर्म की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। राज्य के केंद्रापारा जिले में एक चार वर्षीय बच्ची के साथ पड़ोसी ने ही दुष्कर्म किया था। पुलिस ने बताया कि एक स्कूली छात्र ने 20 अप्रैल को इस घटना को अंजाम दिया था। एक अन्य मामले में कालाहांडी जिले में कक्षा छह में पढ़ने वाली एक मासूम से बलात्कार किया गया था। इस मामले में 30 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।