बिहार के सीवान जिले में एक प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र के जिला स्तर के वरिष्ठ पत्रकार राजदेव रंजन की शुक्रवार (13 मई) रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शनिवार (14 मई) को पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार ने बताया कि इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने जांच में बाधा उत्पन्न होने के मद्देनजर हिरासत में लिए गए लोगों के नाम का खुलासा करने से इनकार करते हुए कहा कि ये तीनों आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं।

पुलिस अधीक्षक ने दैनिक हिंदी समाचार पत्र हिंदुस्तान के ब्यूरो चीफ की हत्या हत्यारों के उनकी खबरों से विचलित होने के कारण किए जाने की संभावना जताते हुए कहा कि नगर थाने के स्टेशन रोड में लगे सीसीटीवी कैमरा और मृतक के मोबाइल फोन के जरिए हत्या के सुराग इकट्ठा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

सीवान जिले में पत्रकारों ने रंजन के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शोक सभा का आयोजन किया और उनके हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी और मृतक के आश्रित को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकार की हत्या की निंदा करते हुए हत्यारों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया। राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग की। रघुवंश ने कहा कि यह केवल एक पत्रकार की हत्या नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है। हत्यारों को तुरंत पकड़ा जाना चाहिए और उन्हें फांसी दी जानी चाहिए।

उन्होंने प्रदेश में बढ़ती अपराध की घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि विधि-व्यवस्था को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने शनिवार को सीवान जाकर मृतक पत्रकार के परिजन से मुलाकात की। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय मृतक पत्रकार को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित शोक सभा में शामिल हुए।