उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में दूसरे समुदाय के युवक से प्रेम करना युवती को भारी पड़ गया। उसके दो सगे भाइयों ने उसे जान से मार डाला। पुलिस ने रविवार को वारदात का खुलासा करते हुए कहा कि पहले तो युवती का गला दबाया और जब वह बेहोश होकर गिर गई तो उस पर खरपतवार डालकर उसे जिंदा ही जला दिया गया। पुलिस ने युवती का अधजला शव बरामद किया और हत्या करने वाले दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि हरदोई के अतरौली थाना क्षेत्र में पंवाया गहदो मार्ग पर 30 मई को सड़क किनारे एक युवती का आधा जला हुआ शव बरामद किया गया था। इसके बाद मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू की गई थी। मृतक युवती की पहचान काकोरी के कायस्थाना मोहल्ला की रहने वाली संगीता सैनी उर्फ बिट्टी के रूप में हुई थी।
दूसरे समुदाय के शख्स से था प्रेम
एसपी नृपेंद्र के अनुसार संगीता को स्थानीय इलाके के रहने वाले रहीम से प्रेम था। परिवार के लोगों को इस बात की जानकारी थी। फाकी मना करने के बाद भी जब संगीता ने उससे बातचीत करनी नहीं छोड़ी तो दोनों भाई दुर्गेश सैनी और शंकर उर्फ रवि 30 मई को अपनी कार से उसे लेकर अतरौली पहुंचे। गहदो पर सड़क किनारे कार खड़ी कर उसका गला दबाया। जब वह बेहोश होकर गिर गई तो उसे बड़ी सी पन्नी में लपेटा और सड़क किनारे उसके ऊपर खरपतवार डालकर आग लगा दी।
पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने बताया कि वह करीब एक महीने से वारदात को अंजाम देने की जुगत में लगे हुए थे। घटना से एक दिन पहले ही एक बोतल पेट्रोल खरीदकर लाए थे। उनका कहना था कि शव को कोई पहचान ना पाए इसलिए उसे जलाने की साजिश रची और बाद में वही किया। हालांकि, पुलिस के चंगुल में फंस ही गए। आरोपियों ने कहा कि जब गला दबाया गया था तो संगीता बेहोश हो गई थी। उस समय हम थोड़ा घबरा गए थे, इसलिए सोचा कि जब आग लगा देंगे तो उसकी सांसें भी थम जाएगी। इसलिए उसको तुरंत आग लगा दी।
इस बहाने घर से लेकर गए आरोपी
पुलिस ने बताया कि बाकायदा पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम दिया गया। दोनों भाइयों ने संगीता को 30 मई को कहा कि अतरौली में रहने वाली मौसी की अचानक से तबीयत खराब हो गई है। उनको देखने के लिए चलना है। इसके बाद वह जाने के लिए तैयार हो गई। ओमानी कार से तीनों लोग अपने घर से रवाना हो गए। अतरौली इलाके में पहुंचने के बाद कार रोकी। फिर अचानक से दोनों कार की पिछली सीट पर चले गए। शंकर ने संगीता का गला दबा दिया।
पुलिस के मुताबिक बाकायदा साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया गया। दोनों भाइयों ने संगीता से 30 मई को कहा कि अतरौली निवासी मौसी की तबीयत खराब है। उनको देखने के लिए चलना है। इसलिए वह राजी हो गई। ओमनी कार से तीनों घर से निकले। अतरौली इलाके में पहुंचने के बाद कार रोकी। फिर अचानक से दोनों कार की पिछली सीट पर गए। शकर ने संगीताको रा गला दबा दिया।
संगीता करीब दो महीने पहले प्रेमी रहीम के साथ चली गई थी। पुलिस ने उसको चार दिन के अंदर ढूंढ कर निकाल लिया था और चौकी में दोनों पक्षों से समझौता करवा दिया था। परिवार संगीता को लगातार रहीम से बात करने के लिए मना कर रहे थे और उससे सभी ताल्लुक खत्म करने के लिए कह रहे थे। लेकिन वह रहीम से शादी करने की बात पर अड़ी हुई थी।
परिवार के अन्य लोग रहे खामोश
संगीता मां मिथिलेश और दोनों भाइयों दुर्गेश व शंकर के साथ रहती थी। अन्य चार भाई रोहन, गोविंद, सूरज व अतुल परिवार समेत दूसरे मकान में रहते थे। संगीता के घर पर न पहुंचने पर सभी को ये पता तो चल ही गया था कि उसको जान से मार दिया गया है, लेकिन पूरे परिवार में से किसी ने एक भी अल्फाज नहीं कहा। अतरौली इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह का कहना है कि इस घटना में परिवार के लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने 15 दिन की गहन तफ्तीश के बाद वारदात का खुलासा किया है।