प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव एक बार फिर से बगावती तेवर में नजर आ रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में अखिलेश यादव के खिलाफ जाकर वोट करने की बात कही है। वो एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के डिनर में शामिल हुए और डंके की चोट पर यह भी कहा कि वो मुर्मू को ही वोट करेंगे।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का चुनाव वैसे तो गुप्त मतदान होता है, लेकिन वो द्रौपदी मुर्मू का ही वोट करेंगे। वहीं, विपक्षी दलों की तरफ से उम्मीदावर यशवंत सिन्हा को लेकर उन्होंने कहा, “हमसे वोट नहीं मांगा इसलिए उनसे मुलाकात नहीं हुई और ना ही अखिलेश ने हमसे वोट मांगा है और ना सिन्हा साहब ने हमसे वोट मांगा। द्रौपदी मुर्मू ने हमसे वोट मांगा है।”

उन्होंने कहा कि एक दिन पहले मीटिंग हुई थी, उसमें हमें नहीं बुलाया। शिवपाल यादव का कहना है कि 5 साल पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को उन्होंने वोट दिया था क्योंकि उनसे वोट मांगा गया था। उस वक्त भी अखिलेश ने शिवपाल से वोट नहीं मांगा था।

उन्होंने कहा कि 5 साल पहले भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए कई मीटिंग हुई ना तो उसमें अखिलेश ने मुझे बुलाया और ना ही वोट मांगा। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2 बार शिवपाल से वोट मांगा था।

शिवपाल ने कहा, “मैंने एक महीना पहले ही बोल दिया था कि जो मुझसे वोट मांगेगा उसको हम वोट करेंगे, तब भी समाजवादी पार्टी ने मुझे नहीं बुलाया, जबकि अभी भी मैं सपा का विधायक हूं।”

गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में दो उम्मीदवार यशवंत सिन्हा और द्रौपदी मुर्मू के बीच मुकाबला है। जहां बीजेपी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी यशवंत सिन्हा के समर्थन में हैं।

इस दौरान, शिवपाल यादव का दर्द एक बार फिर छलका। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को समाजवादी में शामिल करके अखिलेश ने वादा किया था कि उन्हें पूरे राज्य में टिकट दिया जाएगा, लेकिन अखिलेश ने एक बार फिर उन्हें धोखा दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने उनकी और अनके कार्यकर्ताओं की अनदेखी करते हुए उन्हें ना तो सम्मान दिया और ना ही कोई जिम्मेदारी दी, इसी वजह से आज सपा सत्ता से बाहर है।