Shivpal Singh Yadav Target to Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। शिवपाल सिंह यादव का कहना है कि अगर वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलने का समय मांगे तो वो मिलने से मना नही करते हैं। वहीं अगर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने का समय मांगा जाए तो वो मीटिंग में भी नहीं बुलाते हैं। उन्होंने बताया कि मैंने कई बार क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री जी ने मेरी बातों को सुना और उसका निस्तारण भी किया।

आपको बता दें कि शिवपाल यादव का ये जवाब इसलिए भी ज्यादा दिलचस्प है क्योंकि उन्होंने ये बात खुद के बीजेपी में जाने के सवाल को लेकर कही थी। जब यूपी तक की टीम ने उनसे सवाल पूछा कि योगी सरकार से मिलने का समय मिल जाता है लेकिन अखिलेश यादव को मिलने का समय नहीं मिलता है। तो क्या आपको बीजेपी में पूरा सम्मान मिल रहा है? इस सवाल के जवाब में शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ‘माननीय मुख्यमंत्री जी से जब भी क्षेत्र में कोई समस्या होती है मिलने के लिए टाइम लेते हैं तो टाइम मिल जाता है। अखिलेश यादव की ओर से तो आप सब जानते ही हैं जब हम पार्टी के सदस्य थे तब भी किसी मीटिंग नहीं बुलाया गया है।’

अभी संगठन को मजबूत करने में लगा हूंः शिवपाल यादव

वहीं जब शिवपाल यादव से उनके अगले कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, ‘मैं अभी केवल अपने संगठन को मजबूत कर रहा हूं और संगठन को मजबूत करके जब भी कोई फैसला लेंगे तो आपको बता दिया जाएगा।’ वहीं जब उनसे ये पूछा गया कि आप अभी तक अपने आप को सपा विधायक ही मानते हैं? तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘अब तो स्वतंत्र कर दिया है तो हम अब स्वतंत्र हैं’ आपको बता दें कि पिछले दिनों समाजवादी पार्टी ने एक लेटर जारी कर ये कह दिया था कि जिसको जहां सम्मान मिले जा सकता है सब स्वतंत्र है।

राष्ट्रपति चुनाव में शिवपाल ने दिया था द्रौपदी मुर्मू को वोट

राष्ट्रपति के चुनाव में शिवपाल यादव ने खुले तौर पर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था। जिसके बाद से सपा ने पत्र जारी कर ये कह दिया था जिसको जहां सम्मान मिले जा सकता है सब स्वतंत्र हैं। तब से माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव से किनारा कर लिया है। आपको बता दें कि 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ गठजोड़ किया था।

मुलायम सिंह यादव को याद कर छलका था शिवपाल का दर्द

इसके पहले भी शिवपाल यादव का अखिलेश के इस फैसले को लेकर दर्द साफ तौर पर दिखाई दिया था। शिवपाल यादव ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था, ‘इससे तो अच्छा होता कि अखिलेश यादव हमें विधानमंडल दल से ही निकाल देते। उन्होंने तो हमे स्वतंत्र कर दिया है।’ इस दौरान शिवपाल यादव ने नेता जी (मुलायम सिंह यादव) को याद करते हुए कहा, ‘अगर आज नेता जी पार्टी में होते तो शायद कुछ और बात होती।’