Security Cover Of The Leaders: शिंदे-फडणवीस सरकार ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के 15 नेताओं के सुरक्षा कवर को हटा दिये हैं। हालांकि, उद्धव ठाकरे और शरद पवार समेत इनके परिवारों की सुरक्षा बरकार है। इसके अलावा उद्धव ठाकरे के सबसे भरोसेमंद सहयोगी मिलिंद नार्वेकर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नार्वेकर के पास पहले एक्स श्रेणी की सुरक्षा थी, अब उनको वाई प्लस सुरक्षा दी गई है।
इस तरह कुल 25 नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था या तो हटा दी गई है या कम कर दी गई है। एनसीपी नेताओं अजीत पवार और दिलीप वालसे पाटिल की सुरक्षा को ‘जेड’ श्रेणी से घटाकर ‘वाई-प्लस’ कर दिया गया है।
जिन नेताओं की सुरक्षा पूरी तरह हटा ली गई है उनमें उद्धव ठाकरे के भतीजे और युवा सेना के पदाधिकारी वरुण सरदेसाई, जेल में बंद अनिल देशमुख, राकांपा के छगन भुजबल, जयंत पाटिल, धनंजय मुंडे, नवाब मलिक और नरहरि जिरवाल, कांग्रेस के बालासाहेब थोराट, नितिन राउत, नाना पटोले, सतेज पाटिल, विजय वडेट्टीवार, सुनील केदार, उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी और शिवसेना नेता संजय राउत, सेना के भास्कर जाधव और डेलकर परिवार तथा असलम शेख, अनिल परब शामिल हैं। शुक्रवार को मीडिया को दी गई जानकारी के मुताबिक अब इन नेताओं को अपने घरों या एस्कॉर्ट के बाहर स्थायी पुलिस सुरक्षा नहीं मिलेगी।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के बाद इन नेताओं के सिक्योरिटी कवर को हटाया गया है। हालांकि उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सुरक्षा को बरकरार रखा गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके परिवार के सदस्यों, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और उनकी बेटी एवं लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले सहित उनके परिजनों की सुरक्षा बरकरार रखी गई है।
एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड की सुरक्षा भी पहले जैसी रखी गई
उन्होंने कहा, ‘‘एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड की सुरक्षा भी पहले जैसी रखी गई है। विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार और पूर्व गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल (दोनों एनसीपी) को ‘वाई-प्लस-एस्कार्ट’ दिया गया है।’’ अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण, दोनों पूर्व मुख्यमंत्री, को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।