कांग्रेस सांसद शशि थरूर एक बार फिर अपने ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गए हैं। भाजपा और माकपा ने थरूर पर मछुआरा समुदाय के अपमान का आरोप लगाते हुए उनसे माफी की मांग की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और तिरुनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर हाल ही में तिरुवनंतपुरम के एक मछली बाजार गए थे और वहां मछली बेच रही महिलाओं से बात कर कुछ तस्वीरें साझा की थीं। इसके बाद थरूर ने ट्वीट किया, “शाकाहारी, अतिसंवेदनशील (स्क्वीमिश) सांसद होने बाद भी मछली बाजार जाकर बहुत उत्साहित हूं।” थरूर के “अतिसंवेदनशील” के इस्तेमाल से विवाद खड़ा हो गया। थरूर ने इस शब्द का मतलब बताते हुए खुद का बचाव भी किया। थरूर की सफाई के बावजूद माकपा और भाजपा ने उनपर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस सांसद ने अपने शब्दों के चयन से मछुआरा समुदाय का अपमान किया है।
भाजपा उम्मीदवार कुम्मानम राजशेखरन ने कहा कि थरूर को माफी मांगनी चाहिये और उनका सोशल मीडिया के जरिये मछुआरा समुदाय को अपमानित करना “अत्यंत निंदनीय” है। इस बीच मछुआरों ने भी ट्वीट को लेकर कोच्चि, कोल्लम और कोझीकोड़ में मार्च निकाला और कहा कि उनका अपमान किया गया है। बता दें कि शशि थरुर इससे पहले भी कई बार अपने बयानों को लेकर आलोचना का शिकार हो चुके हैं।
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वहीं तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार के.राजशेखरन ने कहा है कि सबरीमाला मंदिर विवाद से भाजपा को केरल में फायदा मिल सकता है। राजशेखरन ने कहा कि कांग्रेस और वाम सरकारों से जनता का मोहभंग हो गया है। राजशेखरन ने चुनाव लड़ने के लिए बीते दिनों मिजोरम के राज्यपाल पद से इस्तीफा दिया था। राजशेखरन ने कहा कि ‘केरल में सभी धर्मों के लोग अपने रीति-रिवाजों को कायम रखने की स्वतंत्रता चाहते हैं। वे अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करने की आजादी चाहते हैं। चाहे वह मंदिर, मस्जिद या चर्च ही क्यों ना हो।’