माफिया डॉन अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर प्रयागराज से मेयर का चुनाव लड़ने वाली थी। हालांकि, अब पार्टी ने सईद अहमद को टिकट दिया है। उमेशपाल हत्याकांड में शाइस्ता का नाम आने के बाद पार्टी ने किसी और कैंडिडेट को प्रयागराज से मेयर का चुनाव लड़वाने का फैसला किया है। हालांकि, बसपा विधायक उमाशंकर सिंह का कहना है कि शाइस्ता अभी भी उनकी पार्टी का हिस्सा हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि शाइस्ता के खिलाफ अभी तक सरकार या पुलिस के पास ऐसा कोई सुबूत नहीं है, जो साबित कर सके कि शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड में शामिल थी। उन्होंने कहा कि ऐसे में बसपा किसी निर्दोष के खिलाफ पार्टी ने ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की।

उमाशंकर ने कहा, हमने अतीक अहमद को नहीं, उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन जी को पार्टी ज्वाइन करवाई थी और हम मेयर का चुनाव उन्हें प्रयागराज से लड़वाते, लेकिन तब तक ये घटना घटित हो गई और ये बहुत निंदनीय घटना थी और जिनके साथ ये घटना घटित हुई उनके परिवार ने शाइस्ता परवीन को मुजरिम बनाया है। तब से शाइस्ता परवीन को पुलिस ने अभी अरेस्ट नहीं किया है। ऐसी स्थिति में शाइस्ता चुनाव नहीं लड़ सकती हैं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी का यह मानना है कि अगर पुलिस या सरकार ने ऐसा कोई वीडियो नहीं दिखाया, जिससे उस घटना से सीधा उनका लिंक हो जाए।”

उन्होंने आगे कहा, “जिस दिन उनकी संलिप्ता हो जाएगी, बहुजन समाज पार्टी ऐसे लोगों को पार्टी में रखती भी नहीं है। लेकिन जब तक संलिप्ता नहीं है, किसी निर्दोष के साथ तो हमने ऐसी कार्रवाई नहीं की है, वह आज भी हमारी पार्टी में हैं। फिर हमने प्रयागराज मेयर की सीट पर माइनॉरिटी समाज के ही प्रत्याशी को खड़ा किया है क्योंकि वह माइनॉरिटी समाज की थीं माइनॉरिटी समाज के लिए हमने उस सीट को रखा था, ताकि उनका हक ना जाए। इसलिए माइनॉरिटी समाज के प्रत्याशी को ही मेयर सीट के लिए टिकट दिया है।” उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस घटना के बाद शाइस्ता परवीन से कोई संपर्क नहीं है इसलिए सिफारिश आने की कोई बात ही नहीं है। जब पुलिस नहीं खोज पा रही है तो हमसे कैसे संपर्क होगा।

शाइस्ता परवीन को लेकर क्या है बसपा सुप्रीमो मायावती की राय

इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने शाइस्ता परवीन को लेकर कहा था कि किसी अपराध की सजा पार्टी उनके परिवार व समाज के किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं देती है। उन्होंने कहा था कि साइस्ता परवीन को पार्टी से निकाले जाने का फैसला तब होगा, जब पुलिस जांच में तथ्य सामने आएंगे। उन्होंने समाजवादी पार्टी निशाना साधते हुए यह भी कहा था कि अतीक अहमद सपा का प्रोडक्ट है, जिससे वह एमएलए और सांसद रहा है।