भारत की तीन दिन की यात्रा पर आज यहां पहुंचे जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन की यहां भव्य अगवानी की गयी और हवाईअड्डे पर उनके स्वागत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पहुंचे। करीब तीन सप्ताह पहले ही प्रधानमंत्री ने फलस्तीन समेत पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा के तहत जॉर्डन का दौरा किया था। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘शाह अब्दुल्ला द्वितीय के दिल्ली आगमन पर उनका स्वागत है। इस महीने की शुरूआत में अम्मान में मेरे संक्षिप्त दौरे के बाद फिर से उनसे मुलाकात सुखद है। भारत की उनकी यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करेगी। मैं गुरूवार को हमारी बातचीत को लेकर आशान्वित हूं।’’

प्रधानमंत्री मोदी और जॉर्डन के शाह गुरूवार को व्यापक बातचीत करेंगे जिसमें द्विपक्षीय संबंधों का पूरा आयाम होगा। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बातचीत में फलस्तीन के मुद्दे के साथ ही आतंकवाद, चरमपंथ और उग्रवाद से निपटने के तरीकों पर प्रमुखता से चर्चा हो सकती है।

बता दें कि शाह अब्दुल्ला इस्लामी संस्कृति की रक्षा के नाम पर रक्तपात करने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। जॉर्डन के सुरक्षाबल सीरिया की सीमा से लगते क्षेत्रों में कई अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुके हैं। इसके अलावा गठबंधन की सेना के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ हवाई हमले में भी सहयोग किया था। जॉर्डन के शाह ने इसके लिए विदेशी लड़ाकू विमानों को देश के हवाई अड्डे का इ्स्तेमाल करने की अनुमति भी प्रदान की थी। शाह अब्दुल्ला ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से दुनिया भर के मुसलमानों से आईएसआईएस के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया था। उन्होंने आतंकवाद को क्षेत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया था। बता दें कि सीरिया में अमेरिका और रूस के नेतृत्व में दो अलग-अलग सैन्य गठजोड़ ने आईएसआईएस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।