उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पुलिस ने बृहस्पतिवार सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की।

विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर खूब चर्चा हो रही है कि विकास दुबे गिरफ्तार नहीं हुआ बल्कि उसने सुनियोजित रूप से सरेंडर किया है। वहीं कई मध्यप्रदेश से विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रहे है्ं। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई को भी सोशल मीडिया यूजर ने विकास दुबे को लेकर किए गए उनके एक ट्वीट पर ट्रोल कर दिया।

दरअसल राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट में लिखा था, ‘एक रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी ने मुझे कहा हैः विकास दुबे का पकड़ा जाना मुश्किल है, वह और उसके अधिकतर सहयोगियों का एनकाउंटर कर दिया जाएगा; वे कई ‘बड़े लोगों’ बहुत सारे राज जानता है।’ राजदीप के इस ट्वीट पर एक यूजर @pranavmahajan ने लिखा कि लेकिन सर विकास तो जिंदा पकड़ा गया; उसका एनकाउंटर भी नहीं हुआ! लगता है आपको अपने सोर्स को बदलने की जरूरत है।

वही, एक अन्य यूजर @MeenaDasNarayan प्रणव महाजन के ट्वीट पर लिखा कि आप फेक मीडिया से बात कर रहे हैं। इन लोगों को अपने मालिकों के निर्देश पर चीजों को तोड़ मरोड़ कर पेश करना पसंद है। इस बात को हम सब जानते हैं। एक अन्य यूजर @GaurangBhardwa1 ने मीम शेयर करते हुए लिखा ‘भाई आपका नॉलेज तो कमाल का है।’

एक अन्य यूजर @maanuraajan1 ने लिखा कि विकास पकड़ा गया। आपको अपना नाम बदल कर राजदीप फेकूचंद कर लेना चाहिए। इससे पहले पुजारी एवं कुछ लोगों ने उसका चेहरा पहचाना और उसके बाद पुलिस को सूचना दी या पुलिस ने सीधे उसे गिरफ्तार किया के सवाल पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ”इंटेलीजेंस की बात भी बताएंगे। पहले हमें इसके मर्म तक आने दो। बाकी चीजें बाद में बताएंगे, पहले पता करने दो।”

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। मिश्रा ने बताया कि वारदात होने के बाद से ही हमने पूरी मध्यप्रदेश पुलिस को अलर्ट रखा था और इस मामले में पूरी निगाह रखी जा रही थी।