मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बोरवेल में फंसी ढाई साल की बच्ची को बचाने के लिए तीन दिन तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं रहा। ऑपरेशन के बाद बाहर निकाली गई बच्ची की मौत हो गई। गुरुवार (8 जून, 2023) को रेस्क्यू ऑपरेशन में रोबोटिक विशेषज्ञों की एक टीम को भी शामिल किया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि दो दिन पहले दोपहर में मुंगावली गांव के एक खेत में 300 फीट गहरे बोरवेल में ढाई साल की बच्ची गिर गई थी। उसे सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तीन दिन से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में रोबोटिक विशेषज्ञों की टीम भी शामिल की गई थी।

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि बच्ची को बोरवेल में एक पाइप के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी। उन्होंने कहा कि घटना को 46 घंटे से अधिक से ज्यादा समय बीत चुका है और बच्ची को बोरवेल से बाहर निकालने का काम और अधिक कठिन होता जा रहा है। जैसे-जैसे जमीन खोदी जा रही है बच्ची खिसककर नीचे जाती जा रही है। पहले वह 20 फीट पर अटकी थी, फिर खिसक कर 50 फीट पर पहुंच गई और अब 100 फीट गहराई में फंस गई है।

अधिकारी ने कहा कि गुजरात से तीन लोगों का रोबोट बचाव दल अभियान में शामिल होने के लिए आज सुबह यहां पहुंचा है। रोबोटिक टीम के प्रभारी महेश आर्य ने घटनास्थल पर संवाददाताओं को बताया कि जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक रोबोट को बोरवेल में उतारा गया है और उससे मिली तस्वीरों को बच्ची की स्थिति जानने के लिए स्कैन करके डेटा को प्रोसेस किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इसके बाद तय किया जाएगा कि बच्ची को बोरवेल से कैसे बचाया जाए। इस बच्ची का नाम सृष्टि है और मंगलवार को दोपहर के समय खेत में खेलते समय वह एक 300 फीट गहरे बोलरेवल में गिर गई थी। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि बच्ची को बचाने के प्रयास चल रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि सेना की एक टीम भी बचाव अभियान में शामिल हुई है जबकि एनडीआरएफ और राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल की टीमें पहले से ही इस काम में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल 12 अर्थमूविंग और पोकलेन मशीनें भी बचाव अभियान में लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान और अधिकारियों की एक टीम बचाव अभियान की निगरानी के लिए जिला अधिकारियों के संपर्क में है