उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सत्यदेव पचौरी ने आज एक विवादित बयान दिया कि कासगंज में हुई हिंसा ‘‘छोटी-मोटी घटना थी।’’ गणतंत्र दिवस के अवसर पर कासगंज में हुई हिंसा के बारे में पूछे जाने पर पचौरी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं…हर जगह होती हैं। ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है।’’ कासगंज में गणतंत्र दिवस मनाने के लिए निकाली गई एक मोटरसाइकिल रैली पर एक भीड़ की ओर से किए गए हमले में चंदन गुप्ता नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी।

चंदन की मौत के बाद इलाके में हिंसा फैल गई थी जिसमें कम से कम तीन दुकानें, दो बसें और एक कार को आग के हवाले कर दिया गया था। खादी, ग्रामोद्योग एवं कपड़ा विभाग के मंत्री पचौरी ने इस घटना के लिए जिले के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारियों को मामला बढ़ने से पहले ही कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए थे।’’

आपको बता दें कि इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही इसी तरह का बयान दे चुके हैं। मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कासगंज हिंसा को ‘छोटी सी घटना’ करार दिया था। साथ ही उसे अनावश्यक तूल देने को भी गलत ठहराया था। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने कासगंज घटना पर कहा, ‘…गलत है और किसी मामले को अनावश्यक तूल देना भी सही नहीं है। एक छोटी घटना हुई जिसमें दो लोगों के साथ हादसा हुआ है। सरकार उसके बारे में गंभीर है और कार्रवाई कर रही है। कश्मीर से तुलना कर प्रदेश का माहौल खराब न किया जाए। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब कासगंज घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की जा रही है। गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है।