Satna: मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा शनिवार को सतना पहुंचे जहां उनके समर्थकों ने उनके प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की कामना जताई। इस दौरान नरोत्तम मिश्रा के समर्थक काफी जोश में दिखे। वहीं, नरोत्तम मिश्रा ने यहां पुलिस अफसरों के साथ बैठक की और कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
सतना में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के समर्थकों ने नारेबाजी कर उनके मुख्यमंत्री बनने की कामना की है। गृहमंत्री के वहां पहुंचे पर उनके समर्थकों ने ‘प्रदेश का मुखिया कैसा हो, नरोत्तम भैया जैसा हो’ के नारे भी लगाए। हालांकि, जब मीडियाकर्मियों ने नरोत्तम मिश्रा से मुख्यमंत्री बनने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने साफ कहा कि मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं और वह ही रहेंगे।
CM पद के लिए कोई रेस नहीं: मीडिया से बात करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा, “सीएम बनने की कोई दौड़ नहीं हो रही है, हमारे यहां माननीय शिवराज सिंह मुख्यमंत्री हैं, थे और रहेंगे।” सतना जाने से पहले मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने मैहर में स्थानीय विधायक नारायण तिवारी के बेटे से मुलाक़ात की। इससे पहले उन्होंने मैहर के प्रसिद्ध मंदिर में मां शारदा की पूजा-अर्चना भी की।
मैहर रेलवे स्टेशन पर लड़खड़ा गए: शुक्रवार (9 सितंबर 2022) को एक दिवसीय प्रवास पर सतना पहुंचे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मैहर के रेलवे स्टेशन पर लड़खड़ा गए और चोटिल होने से बाल-बाल बच गए। हालांकि, उनके साथ चल रहे एसडीओपी और टीआई ने मंत्री का हाथ पकड़कर संभाल लिया और उन्हें गिरने से बचा लिया।स्टेशन से बाहर आते समय नरोत्तम मिश्रा का पैर फिसल गया। हालांकि, राहत की बात ये रही कि वे किसी हादसे का शिकार नहीं हुए और स्टेशन पर मौजूद पुलिसकर्मियों और कार्यकर्ताओं ने उन्हें गिरने से पहले ही संभाल लिया।
इससे पहले राजपथ का नाम बदलने को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा था, ”ये आम अवाम का कर्तव्यपथ है। गुलामी के प्रतीक को हटाया जा रहा है। अब भारत की जनता का कर्तव्य पथ होगा। गुलामी के प्रतीक राजपथ का नाम कर्तव्यपथ करना उन लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया।” उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का मानना है कि आम आदमी के लिए राजपथ नहीं बल्कि लोकपथ हो और लोकपथ के लिए कर्तव्यपथ होना चाहिए इसलिए उसका नाम कर्तव्य पथ किया गया है।