पूर्व रेलमंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल रॉय से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ)ने शुक्रवार को साल्टलेक के सीजीओ कांप्लेक्स में करोड़ों रुपए के सारदा चिटफंड घोटाले में दो सत्रों में चार घंटे तक पूछताछ की। पहले सत्र में सुबह ग्यारह बजे से दिन के एक बजे और फिर डेढ़ बजे से दोपहर बाद साढ़े तीन बजे तक यानी तकरीबन चार घंटे तक चली इस पूछताछ के बाद सीबीआइ ने मुकुल रॉय को जाने दिया है। सीबीआइ अधिकारियों ने आगे भी जरूरत के मुताबिक उनसे (मुकुल) पूछताछ करने की बात कही है।
सूत्रों के मुताबिक इस पूछताछ के दौरान मुकुल रॉय का रवैया सहयोगात्मक रहा और आगे की पूछताछ को लेकर रॉय ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर वे फिर से सीबीआइ के सामने उपस्थित होंगे। रॉय ने इस जांच में सीबीआइ को अपनी तरफ से उपयुक्त सहयोग का भरोसा दिया है।
कांग्रेस की अगुआई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए)सरकार में रेल मंत्री रहे तृणमूल कांग्रेस के नेता मुकुल रॉय शुक्रवार को सीबीआइ दफ्तर में पेश हुए। रॉय शहर से सटे साल्टलेक के सीजीओ कांप्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय में पेश हुए। इस दौरान वे सुरक्षाकर्मियों व मीडियाकर्मियों से घिरे हुए थे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। सीबीआइ के समझ पेश होने से पहले मुकुल ने कहा कि उन्हें सीबीआइ ने पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा था, इसलिए जांच प्रक्रिया में मदद करने के लिए मैं यहां उपस्थित हुआ हूं।