Sandeep Singh Case: भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और हरियाणा (Haryana) के खेल मंत्री संदीप सिंह (Sandeep Singh) पर लगे आरोपों के मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इस मामले में मंगलवार को चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी ने महिला कोच के बयान दर्ज किए हैं। सेक्टर-26 थाने में डीएसपी पलक गोयल के नेतृत्व में एसआईटी टीम ने लगभग आठ घंटे तक महिला कोच से सवाल पूछे।

सबूतों को जांच के लिए भेजने के साथ घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाले जाएंगे। छेड़छाड़ के आरोप में सेक्टर-26 थाना पुलिस ने 31 दिसंबर को संदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। चंडीगढ़ के डीजीपी ने मामले की जांच के लिए एसपी सिटी श्रुति अरोड़ा के सुपरविजन में डीएसपी ईस्ट पलक गोयल के नेतृत्व में एसआईटी गठित की थी। मामले की जांच जारी है।

“हरियाणा के मुख्यमंत्री कर रहे हैं जांच को प्रभावित”

हरियाणा (Haryana) के खेल मंत्री संदीप सिंह (Sandeep Singh) पर आरोप लगाने वाली महिला खिलाड़ी के साथ एसआईटी ने तकरीबन आठ घंटे तक पूछताछ की है। महिला खिलाड़ी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाए हैं। उन्होने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझ पर चुप रहने का दबाव डाला जा रहा है।

वकील ने कहा संदीप सिंह को पूछताछ के लिए क्यों नहीं बुलाया ?

आरोप लगाने वाली महिला खिलाड़ी के वकील ने कहा कि पुलिस संदीप सिंह को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है ? यह एक गैर-जमानती अपराध है। उन्होने कहा कि संदीप सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया तक नहीं गया लेकिन हमें चार बार बुलाया गया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री का बयान

इस मामले पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि केवल आरोप लगाने से कोई दोषी साबित नहीं होता। चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी और हरियाणा पुलिस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी जांच कर रही हैं।

जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। जांच प्रभावित न हो इसलिए संदीप से खेल विभाग हटाया गया है।