आज से यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ है। सत्र की शुरुआत के साथ ही समाजवादी पार्टी ने हंगामा शुरू कर दिया है। सपा संभल हिंसा को लेकर चर्चा कराने की मांग कर रही है। योगी सरकार पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के विधायक और एमएलसी हंगामा शुरू किया। विधानसभा अध्यक्ष सत्र के दौरान विधायकों को प्रश्नकाल की याद दिला रहे थे। लेकिन कोई विपक्ष की ओर से कोई सुनने को तैयार नहीं था। 20 विधायकों की ओर से प्रश्न पूछने का आग्रह किया गया था। लेकिन ये सभी प्रश्न संभल हंगामे की भेट चढ़ गया।
विपक्ष के पास कोई नहीं
प्रदेश सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना ने इस मामले को लेकर कहा कि विपक्ष के पास नारेबाजे के अलावा और कोई काम नहीं है। कोई न कोई रचनात्मक कार्य और नहीं कोई रचनात्मक विचार कर पा रहे हैं। बस विपक्ष इसको लेकर शोर मचा रही है और हंगामा कर रही है। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार पूरी तरह से तैयार है और हम सदन में हर प्रश्न का जवाब देने को तैयार हैं।
विधानसभा अध्यक्ष हुए विपक्षी विधायकों से खफा
विधानसभा में विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास आ गए और हंगामा करने लगे। सभी सदस्यों की मांग थी की संभल में हुई हिंसा को लेकर चर्चा हो। इस बात को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विपक्षी विधायकों से कहा आप लोग शालीनता एवं संसदीय मर्यादा का परिचय दीजिए। सभी उन्होंने प्रेमपूर्ण वातावरण बनाने का भी आग्रह किया।
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बीते महीने 24 नवंबर को संभल में शाही मस्जिद को लेकर हिंसा हुई थी। जिसको लेकर समाजवादी पार्टी सदन में चर्चा कराना चाह रही है। सत्र के दौरान सपा विधायक पल्लवी पटेल ने सरकार के मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए चर्चा की मांग करने लगीं जिसको विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मांग मानने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पल्लवी ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।
विपक्ष के विरोध की वजह से सदन को 12 बजकर 20 मिनट तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले विपक्ष विधायक हाथों तख्ती लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उनका कहना था कि सरकार संभल हिंसा मामले में लापरवाही कर रही है और दोषियों को बचाने का काम कर रही है।
