संभल प्रशासन ने बुधवार को कोट गर्वी इलाके में शाही जामा मस्जिद के पास मौजूद उस प्राचीन कुएं की खुदाई शुरू की जिस पर अवैध रूप से अतिक्रमण किए जाने की शिकायत मिली थी। विवादित शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर क्षेत्र से लगभग 50 मीटर की दूरी पर स्थित यह कुआं क्षेत्र के 19 प्राचीन कुओं में से एक माना जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस कुएं का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व है।
25 साल पहले अतिक्रमण के जरिए बंद किए गए कुंए की खुदाई शुरू हुई है। जहां खुदाई के दौरान स्पष्ट तौर पर नजर आ रहा है कि वहां पर नल का पाइप था। इसको देखकर अधिकारी भी हैरान है। नगर पालिका परिषद इस कुंए की खुदाई करा रही है। जिसको लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि ये कुआं 60 से 70 फीट गहरा है। फिलहाल इस कुंए को आधा खोदा जा चुका है। जबकि कार्य जारी है।
स्थानीय लोगों की शिकायत पर शुरू हुई खुदाई
स्थानीय निवासी संजय कुमार ने कहा कि यह कुआं हरिहर मंदिर के पास स्थित है। यह एक पूजा स्थल हुआ करता था, जहां लोग बच्चे के जन्म या शादी जैसे शुभ अवसरों पर आते थे। कालांतर में इसे ढक दिया गया और इसका मूल स्वरूप बदल दिया गया। खोदाई से इसका ऐतिहासिक स्वरूप फिर से बहाल होगा। एएसपी शिरीष चंद्र ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा कुएं को अवैध रूप से ढकने की शिकायत के बाद खुदाई शुरू की गई थी।
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उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि कुएं पर अतिक्रमण करके उसे ढक दिया गया था। हम इसे बहाल करने के लिए खोदाई कर रहे हैं और आगे की जांच के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं एएसआई टीम ने शहर के कई जगहों का दौरा किया। मुहल्ला सरायतरीन स्थित प्राचीन दरबार, कुआं और मस्जिद का भी निरीक्षण किया। इसके साथ ही चंदायन गांव में स्थित चंदेश्वर महादेव मंदिर का भी जायजा लिया। खुदाई के बाद से ही मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल मौजूद हैं साथ ही प्रशासन के आला अधिकारी भी इसपर नजर बनाएं हुए हैं।