वाराणसी में पिछले साल कई मंदिरों से साईं बाबा की प्रतिमा हटाई गई थी। अब मंगलवार को संभल के शिव मंदिर से भी साईं बाबा की प्रतिमा हटा दी गयी। संभल के मोहल्ला ढेर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में लगी साईं बाबा की प्रतिमा को आज तड़के हटा कर गंगा नदी में विसर्जित कर दिया गया। मंदिर के पुजारी आचार्य पंडित अवनीश शास्त्री के साथ बीते शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने बैठक करके साईं बाबा की प्रतिमा हटाने का फैसला लिया था।

साईं बाबा की प्रतिमा को हटाया गया

अवनीश शास्त्री ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि साईं बाबा की प्रतिमा को आज पूरी तरह से हटा दिया गया है और शास्त्रों, वेदों और ग्रन्थों में साईं बाबा का कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि कलियुग में एक फकीर हुआ करते थे, जिनसे लोगों की भावना जुड़ गई और लोग उनकी पूजा करने लगे।

अवनीश शास्त्री ने बताया, ”हम सभी को यह संदेश देते हैं कि अगर पूजा करनी है तो अपने घर तक सीमित रखें। मंदिरों में किसी फकीर या किसी आदमी की पूजा नहीं होनी चाहिए।” पुजारी ने बताया कि उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ बैठक करके बीते शुक्रवार को साईं की प्रतिमा हटाने का फैसला लिया था। पुजारी ने कहा कि बुधवार 27 अगस्त से भगवान श्रीगणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो रहा है और उससे पहले मंदिर से साईं की प्रतिमा को हटाया जाना था।

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कब हुआ था मंदिर का निर्माण?

इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1992 में हुआ था और 15 जुलाई 2011 को मंदिर में साईं बाबा की प्रतिमा की स्थापना की गई थी। हिंदू महासभा के नगर अध्यक्ष कमलकांत तिवारी ने बताया कि शिव मंदिर मोहल्ला ठेर में साईं बाबा की मूर्ति थी, उसे सभी लोगों की सहमति से आज गंगा जी में विसर्जित कर दिया गया है और इसे लेकर कोई विवाद और कोई विरोध नहीं हुआ। वाराणसी में पिछले साल अक्टूबर में बड़ा गणेश मंदिर और पुरुषोत्तम मंदिर से साईं प्रतिमाओं को हटाया गया था।